मुख्यपृष्ठनए समाचारशिक्षा के नाम पर कराया श्रम ...छात्रों के हाथ में किताबों की...

शिक्षा के नाम पर कराया श्रम …छात्रों के हाथ में किताबों की जगह थमाया झाड़ू!

-क्यों चुप है प्रबंधन?
– कहां है संवेदनशीलता?

सामना संवाददाता / मुंबई
गोवंडी के शिवाजी नगर मनपा विद्यालय का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें नन्हें छात्र-छात्राएं झाड़ू लगाते और कक्षा की सफाई करते नजर आ रहे हैं। यह दृश्य जितना चौंकाने वाला है, उतना ही मनपा की नाकामी को भी उजागर करता है।
रिपोर्ट की मानें तो वीडियो १६ अप्रैल का बताया जा रहा है, जिसमें बच्चे परीक्षा के बाद कक्षा में पैâला कचरा साफ करते दिख रहे हैं। स्कूल प्रशासन इसे ‘नैतिक शिक्षा’ और ‘स्वच्छता अभियान’ बता रहा है, जबकि मनपा के शिक्षा अधिकारी इसे ‘सामाजिक मूल्य सिखाने’ की कवायद कहकर मामले को हल्का दिखा रहे हैं। लेकिन सवाल ये उठता है कि क्या बच्चों से शारीरिक श्रम करवाना वास्तव में शिक्षा है या प्रशासन की लापरवाही का बोझ बच्चों पर डालने का तरीका?
अगर स्कूल में सफाईकर्मी नहीं हैं तो यह मनपा की नाकामी है। बच्चों को झाड़ू थमाना न सिर्फ गैर-जिम्मेदाराना है बल्कि बच्चों की गरिमा के खिलाफ भी है। मनपा के अधिकारी कह रहे हैं कि मामले की जांच की जाएगी। यह पहली बार नहीं है जब किसी मनपा स्कूल में ऐसी घटनाएं सामने आई हैं।

अन्य समाचार