– ७.५ लाख करोड़ का हुआ नुकसान
– विपक्ष ने राज्यभर में किया पर्दाफाश
सामना संवाददाता / मुंबई
आगामी विधानसभा चुनावों की पृष्ठभूमि पर अब सभी दल मैदान में कूद पड़े हैं। महाविकास आघाड़ी बनाम महायुति में जोरदार लड़ाई दिखाई दे रही है। हालांकि, स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है कि सबसे ज्यादा मजबूत पलड़ा मविआ का ही है। सभी दलों के नेता राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में सभाएं, बैठकें, रैलियां और दौरे कर रहे हैं। दूसरी तरफ सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं को जनता तक पहुंचाकर वोट बटोरने की भरसक कोशिश की जा रही है। लेकिन बीते ढाई सालों के कामकाज को देखते हुए जनता का भरोसा महायुति सरकार से उठ चुका है।
इन सबके बीच विपक्ष महायुति सरकार की गलत नीतियों पर उंगली उठाते हुए निशाना साधा जा रहा है। इस बीच कांग्रेस ने अनोखे तरीके से प्रचार शुरू कर दिया है। युवक कांग्रेस की ओर से महायुति के खिलाफ मुंबई, पुणे और नागपुर समेत राज्यभर में गुजराती लाडली भ्रष्टयुति थीम पर बैनरबाजी अभियान चलाया जा रहा है।
कांग्रेस ने शुरू किया है चित्र रथ अभियान
बैनरों और पोस्टरों में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को महाराष्ट्र से गुजरात तक परियोजनाएं ले जाते हुए दिखाया गया है। इन परियोजनाओं में पनडुब्बी परियोजनाएं, वेदांता फॉक्सकॉन, टाटा एयरबस, हीरा उद्योग, आईएफएससी आदि शामिल हैं। कांग्रेस का आरोप है कि इन प्रोजेक्ट के गुजरात शिफ्ट होने से राज्य को ७.५ लाख करोड़ रुपए के नुकसान के साथ ही राज्य में पांच लाख नौकरियां चली गई हैं। राज्य में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, कांग्रेस का अभियान महायुति को बैकफुट पर धकेलता हुआ नजर आ रहा है।
चुनाव से पहले महायुति सरकार ने राज्य की महिलाओं के लिए ‘मुख्यमंत्री मेरी लाडली बहन योजना’ शुरू की है। इस योजना के नाम पर कांग्रेस की ओर से गुजरात के महायुति के खिलाफ गुजरात की लाडली भ्रष्ट युति के पोस्टर लगाए जा रहे हैं। राज्यभर में कई जगहों पर रातों-रात इसके पोस्टर लगा दिए गए। कांग्रेस ने हाल ही में ‘गुजरात की लाडली महायुति चित्र रथ’ अभियान शुरू किया है। इसे जमकर प्रतिसाद भी मिल रहा है।