सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के दौरान करीब ३९ लाख वोटर बढ़े हैं। अब ये वोटर दिल्ली के रास्ते बिहार जाएंगे। इस तरह के कठोर शब्दों में चुनाव आयोग की जमकर खबर लेते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता व सांसद संजय राऊत ने कहा कि राहुल गांधी द्वारा पूछे गए गंभीर सवालों का जवाब आयोग दे। साथ ही उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में चुनाव आयोग से सवाल पूछे गए और यह देश के सामने उठाया गया बहुत गंभीर मुद्दा है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बड़ी हेराफेरी होने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी, शिवसेना नेता व सांसद संजय राऊत और राष्ट्रवादी कांग्रेस की नेता व सांसद सुप्रिया सुले ने कल देश की राजधानी दिल्ली में संयुक्त प्रेस कॉन्प्रâेंस की। इस दौरान संजय राऊत ने गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के नेतृत्व में चुनाव आयोग से सवाल पूछे गए और यह अत्यंत गंभीर मुद्दा देश के सामने रखा गया। इस देश में लोकतंत्र, संसद और विधानसभा को जीवित रखना है तो इन सवालों के जवाब हम नहीं, बल्कि मीडिया को मांगने चाहिए। इसके साथ ही लोगों में भी जागरूकता आनी चाहिए। संजय राऊत ने आगे कहा कि हम तो लड़ने वाले लोग हैं, हम लड़ेंगे ही। लेकिन महाराष्ट्र में उन्होंने कैसे जीता और हमें कैसे हराया गया, यह मुद्दा राहुल गांधी ने देश के सामने रखा है।
चुनाव आयोग को जागना चाहिए
संजय राऊत ने कहा कि अब चुनाव आयोग को जागना चाहिए। उन्होंने जो पर्दा खींचा है, उसे हटाना चाहिए। सरकार ने उन पर जो कफन डाला है, उसे हटाकर इन सवालों का जवाब देना चाहिए। संजय राऊत ने कहा कि अगर इस देश का चुनाव आयोग जीवित है और उनका विवेक मरा नहीं है तो उन्हें राहुल गांधी द्वारा उठाए गए सवालों के जवाब देने चाहिए। लेकिन चुनाव आयोग इन सवालों के जवाब नहीं देगा, क्योंकि चुनाव आयोग सत्ता में बैठी सरकार का गुलाम बन गया है। हमने बार-बार चुनाव आयोग को आवश्यक जानकारी दी है, लेकिन वे मरे हुए हैं।
बन गया है नया पैटर्न
संजय राऊत ने कहा कि जो ३९ लाख वोटर बढ़े हैं, वे कहां से आए हैं और अब कहां जा रहे हैं? ये वोट अब बिहार जा रहे हैं। ये फ्लोटिंग वोट हैं। इनके नाम, आधार कार्ड सब कुछ वैसा ही है। कुछ दिल्ली आए हैं, अब ये ३९ लाख वोट बिहार जाएंगे। उसके बाद उत्तर प्रदेश जाएंगे। यह एक नया पैटर्न बन गया है। इसी पैटर्न से ये लोग चुनाव लड़ रहे हैं और जीत रहे हैं।
झूठों, गद्दारों को माफ नहीं करेगा महाराष्ट्र
विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे के शिवबंधन कार्य रिपोर्ट का प्रकाशन शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे के हाथों किया गया। इस दौरान शिवसेना नेता व सांसद संजय राऊत भाजपा और घातियों पर जमकर बरसे। इस बीच उन्होंने प्रयागराज में लगे महाकुंभ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुलेट प्रूफ जैकेट पहनकर किए गए स्नान का भी मखौल उड़ाया। उन्होंने कहा कि मोदी ने कहा था कि `सागर का प्राण छटपटाता’ गीत पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा था कि इस गाने के कारण पंडित हृदयनाथ को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा। हालांकि, मोदी यह भूल जाते हैं कि इन गीतों को लोकप्रिय बनाने वाला ऑल इंडिया रेडियो ही था। संजय राऊत ने कहा कि जो दिल्ली में हो रहा है, वही महाराष्ट्र में भी हो रहा है। यह छत्रपति शिवाजी महाराज का महाराष्ट्र है। उन्होंने चेतावनी भी दी कि महाराष्ट्र झूठे, गद्दारों और दिल्ली के सामने झुकने वालों को माफ नहीं करेगा।
बैलेट पेपर पर हो दोबारा चुनाव -सुप्रिया सुले
राकांपा (शरदचंद्र पवार) की सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि हम चाहते हैं कि उन निर्वाचन क्षेत्रों में भी बैलेट पेपर पर दोबारा चुनाव हों, जहां हमारे उम्मीदवार जीते हैं। ११ सीटें ऐसी हैं, जहां हम पार्टी के चुनाव चिह्नों के बीच भ्रम के कारण चुनाव हार गए। यहां तक कि सत्ताधारी पार्टी ने भी इसे स्वीकार कर लिया है। हमने `तुतारी’ चुनाव चिह्न बदलने के लिए कई बार अनुरोध किया, लेकिन अनुरोध पर विचार नहीं किया गया। हम केवल चुनाव आयोग से निष्पक्षता की मांग करते हैं। उत्तम जानकर सोलापुर में जीते हैं, लेकिन उनको जो वोट मिले हैं, उससे वे संतुष्ट नहीं हैं। वे फिर से चुनाव चाहते हैं। सांसद धैर्यशील मोहिले की मांग है कि बैलेट पेपर पर चुनाव हो। राज ठाकरे ने भी इसका उल्लेख किया है। हम वहां खूब लड़े हैं। पार्टी तोड़ी गई। हमारे नए सिंबल से मिलता-जुलता सिंबल दूसरे को दिया गया। हमारी आपत्ति के बाद भी उस चुनाव चिह्न को नहीं हटाया इसलिए राकांपा सातारा की सीट हारी।