राहुल गांधी ने खोल दी `ईडी’ सरकार की कुंडली
सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र के करीब पांच लाख रोजगार महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के बाहर भेज दिया। इस वजह से राज्य के युवकों को रोजगार नहीं मिल रहे हैं। उन्हें अब काम के लिए बाहर जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। इसके साथ ही इस सरकार ने महाराष्ट्र में आनेवाले हजारों करोड़ रुपए की परियोजनाओं को गुजरात में भेजने का पाप किया है। घाती सरकार पर इस तरह का जोरदार हमला करते हुए लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ईडी सरकार द्वारा महाराष्ट्र के बाहर भेजी गई हजारों करोड़ों की परियोजनाओं की कुंडली खोलकर जनता के सामने रख दी। इसी के साथ ही उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि हमारी सरकार आने के बाद हम ये चीजें नहीं होने देंगे।
नंदुरबार में महाविकास आघाड़ी की सभा में उपस्थित जनसैलाब को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वेदांता फॉक्सकॉन सेमीकंडक्टर परियोजना १०,००० नौकरियां पैदा करने जा रही थी। १.२ लाख करोड़ का यह प्रोजेक्ट महाराष्ट्र सरकार ने गुजरात में भेजा दिया। टाटा एयरबस निर्माण परियोजना से दस हजार नौकरियां पैदा होनी थीं। हालांकि, १.८ लाख करोड़ के इस प्रोजेक्ट को गुजरात ले जाया गया। राहुल गांधी ने कहा कि दो लाख करोड़ का आईफोन मैन्युफैक्चरिंग प्रोजेक्ट, जिससे ७५ हजार युवाओं को रोजगार मिलता, वह भी इन लोगों ने गुजरात भेज दिया। ड्रग्स पार्क से ८० हजार लोगों को रोजगार मिलने वाला था, वो भी गुजरात भेज दिया गया। राहुल गांधी ने कहा कि गेल पेट्रोल केमिकल प्रोजेक्ट ७ हजार करोड़ का प्रोजेक्ट थीं, इससे २१ हजार नौकरियां पैदा होनी थीं। लेकिन यह प्रोजेक्ट भी दूसरे राज्य में भेजा दिया गया है। इन सबको मिलाकर देखें तो इस सरकार ने पांच लाख नौकरियां राज्य के दूसरे राज्यों में भेजी हैं इसलिए आपको नौकरियां नहीं मिल रही हैं।
कवर के रंग से क्या फर्क पड़ता है?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संविधान के कवर के रंग पर किए गए हमले को लेकर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि वो कहते हैं मैं रैलियों में संविधान की लाल किताब दिखाता हूं। लेकिन मैं कहता हूं संविधान की किताब का कवर लाल हो या किसी और रंग का, इसके अंदर जो लिखा है, वह ज्यादा महत्वपूर्ण है। राहुल गांधी ने कहा कि कवर के रंग से हमें फर्क नहीं पड़ता, लेकिन जो इसके अंदर लिखा है, हम उसकी रक्षा के लिए जान देने को तैयार हैं।