-मुंबई के कुल ७६१ हाउसिंग प्रोजेक्ट के डेवलपर्स पर कार्रवाई
-१,७५० प्रोजेक्ट का रजिस्ट्रेशन किया रद्द
अभिषेक कुमार पाठक / मुंबई
महारेरा ने आवासीय परियोजनाओं को समय पर पूरा नहीं करने के लिए डेवलपर्स पर कड़ी कार्रवाई की है। महारेरा ने राज्यभर में १,७५० परियोजनाओं का पंजीकरण रद्द कर दिया है। इन सभी प्रोजेक्ट्स के बैंक खाते सील कर दिए गए हैं और इनके विज्ञापन, मार्वेâटिंग, फ्लैट बिक्री के रजिस्ट्रेशन पर भी रोक लगा दी गई है। इन प्रोजेक्ट्स में महारेरा ने म्हाडा की तीन परियोजनाओं पर भी कार्रवाई की है यानी हथौड़ा चलाया है, इनमें गोरेगांव सिद्धार्थ नगर में एलआईजी ग्रुप, विक्रोली में एलआईजी/एमआईजी ग्रुप और कोपरी पवई में बिल्डिंग नंबर २२बी शामिल हैं। ये कार्रवाई परियोजनाओं में पारदर्शिता की कमी और ग्राहकों को समय पर पजेशन न देने के कारण की गई है।
महारेरा पंजीकरण के लिए आवेदन करते समय प्रत्येक डेवलपर को अपने प्रस्ताव में उस तारीख का उल्लेख करना होगा, जब परियोजना पूरी होगी। यदि परियोजना पूर्ण होने की घोषित तिथि के बाद पूरी होती है तो ओसी प्रस्तुत करना होगा।
इस तरह की गई कार्रवाई
राज्य में परियोजनाओं की समीक्षा के बाद ऐसी ६,६३८ परियोजनाओं को ३० दिन का कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। इन ६,६३८ परियोजनाओं में से कुछ ने महारेरा वेबसाइट पर परियोजना समापन फॉर्म ४ को अपडेट किया है, कुछ ने महारेरा पंजीकरण के नवीनीकरण के लिए आवेदन किया है और कुछ ने परियोजना रद्द करने के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत किए हैं। शेष २,८८७ परियोजनाओं में से १,७५० परियोजनाएं रद्द कर दी गईं। शेष १,१३७ परियोजनाओं का पंजीकरण रद्द करने की कार्रवाई भी चल रही है।
सबसे ज्यादा ७६१ प्रोजेक्ट मुंबई महानगर में
रद्द की गई परियोजनाओं में से अधिकांश मुंबई महानगरीय क्षेत्र की ७६१ परियोजनाओं का समावेश है। इसके बाद पुणे क्षेत्र में ६२८, उत्तरी महाराष्ट्र में १३५, विदर्भ में ११०, मराठवाड़ा में १००, दादरा नगर हवेली में १३ और दमन में ३ परियोजनाएं हैं।
म्हाडा के तीन प्रोजेक्ट भी शामिल हैं
महारेरा द्वारा रद्द की गई परियोजनाओं में मुंबई शहर में ४८ परियोजनाएं और उपनगरों में ११५ परियोजनाएं शामिल हैं। परियोजनाओं में म्हाडा की तीन परियोजनाएं शामिल हैं। इनमें गोरेगांव सिद्धार्थ नगर में एलआईजी ग्रुप, विक्रोली में एलआईजी/एमआईजी ग्रुप और कोपरी पवई में बिल्डिंग नंबर २२बी शामिल हैं।