सामना संवाददाता / नई दिल्ली
इन दिनों भारतीय जनता पाटी के भीतर का कलह खुले तौर पर बाहर आ गया है। पार्टी के कई नेता टिकट न मिलने के कारण बगावत करने पर उतर आए हैं। कई नेता अपनी पार्टी से नाता तोड़कर दूसरे दलों का दामन थाम रहे हैं। भाजपा के नेताओं में दिखाई देनेवाले इसी असंतोष के बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कर्नाटक राज्य के भाजपा वैâडर के लिए एक सख्त संदेश देते हुए कहा है, `प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हिसाब से चलो या परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहो।’
बता दें कि कर्नाटक में २८ संसदीय सीटों के लिए मतदान होने वाले हैं और भाजपा ने राज्य में अपने २५ मौजूदा सांसदों में से कम से कम ९ को टिकट नहीं दिया है। टिकट वितरण ने पार्टी के भीतर कड़वाहट पैदा कर दी है, जो कि ज्यादातर पार्टी के लिंगायत नेता बी.एस. येदियुरप्पा और वर्तमान राज्य भाजपा प्रमुख उनके बेटे बी.वाई. विजयेंद्र के खिलाफ हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार, चित्रदुर्ग, दावणगेरे, तुमकुर और चिक्कबल्लापुर जैसी सीटों पर असंतोष पनपने के साथ ही पिछले हफ्ते जनता दल (सेक्युलर) के साथ को-ऑर्डिनेशन मीटिंग के लिए बंगलुरु गए अमित शाह ने एक संदेश भेजा है कि उम्मीदवारों का चयन (पूर्व सीएम) येदियुरप्पा या विजयेंद्र या किसी और की सिफारिशों पर नहीं, बल्कि पूरी तरह से जीतने की संभावना को देखते हुए किया गया है।