विक्रम सिंह / सुल्तानपुर
यूं तो अहिंसा में यकीन रखने वाली देश के शीर्ष राजनीतिक घरानों में शुमार ‘गांधी परिवार’ की छोटी बहू व पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के दूसरे बेटे स्व. संजय गांधी की पत्नी मेनका गांधी शाकाहार को बढ़ावा देने वाली पर्यावरण व जीवजंतु प्रेमी हैं। लेकिन उन्हें रायफल पसंद है! ऐसा संभवतः इसलिए क्योंकि वे एक फौजी लेफ्टिनेंट कर्नल स्व. टीएस आनंद की बेटी हैं। यही नहीं अमूमन राजनेताओं की आय साल-दर-साल बढ़ती है लेकिन उनकी आय में इजाफा के बजाय तकरीबन दस करोड़ की कमी आ गई है। बुधवार को दसवीं बार लोकसभा चुनाव लड़ने उतरीं मेनका गांधी ने सुल्तानपुर से नामांकन पत्र दाखिल करते वक़्त अपने हलफनामे में प्रस्तुत संपत्ति विवरण से इसका खुलासा किया है।
सुल्तानपुर की जिला निर्वाचन अधिकारी कलेक्टर कृतिका ज्योत्स्ना के समक्ष प्रस्तुत हलफनामे के अनुसार, चार बार केंद्र की सरकारों में मंत्री रह चुकी मेनका के पास लगभग ४३ करोड़ ४३ लाख की दौलत है। करीब साढ़े तीन किलो ग्राम सोना और पचासी किलो चांदी के गहने भी हैं उनके पास। जिनकी कीमत करीब दो करोड़ बयासी लाख चौबीस हजार रुपए है। पिता फौज में कर्नल थे सो अहिंसावादी होने के बावजूद शस्त्र का शौक विरासत में मिला है उन्हें। आत्मरक्षार्थ चालीस हजार रुपए कीमत की रायफल रखी है मेनका ने अपने पास। कुल मिलाकर उनकी कुल दौलत की कीमत करीब ४३ करोड़ ४३ लाख, ६१ हजार ४८ रुपया है। एक और खास बात है भाजपा प्रत्याशी मेनका गांधी में, हैं तो वे करोड़पति लेकिन उनके पास मौजूद रकम में इजाफे के बजाय पांच साल में कमी आ गई है जबकि वे लगातार कई दफा से सांसद हैं। पांच साल में उनकी प्रापर्टी दस करोड़ रुपए कम हो गई है। नकदी के रूप में हैं सिर्फ ४५ हजार रुपए साथ में बैंकों की एक करोड़ २७ लाख ३७ हजार ५२० रुपये की देनदारी भी है। वे आयकर दाता हैं इसके बावजूद उनके पास न अपना कोई निजी मकान है और न ही चार पहिया दोपहिया वाहन।