मुख्यपृष्ठनए समाचारअमीरों की बस्ती बनती जा रही है मायानगरी! ....लग्जरी पर फोकस, आम...

अमीरों की बस्ती बनती जा रही है मायानगरी! ….लग्जरी पर फोकस, आम आदमी परेशान

सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई का रियल इस्टेट बाजार वर्ष २०२४ में रिकॉर्डतोड़ बढ़त दर्ज कर चुका है, लेकिन इस चकाचौंध के पीछे आम आदमी के लिए घर खरीदना अब और भी मुश्किल हो गया है। रियल इस्टेट बाजार में प्रीमियम और लग्जरी हाउसिंग का बोलबाला है, और इस दौरान किफायती आवास योजनाएं हाशिए पर चली गई हैं। सितंबर से नवंबर के बीच १ लाख से ज्यादा प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन हुए, जो बीते दशक का सबसे ऊंचा आंकड़ा है। मगर इस उपलब्धि का फायदा केवल अमीरों को ही हुआ। मिडिल क्लास और लोअर इनकम ग्रुप के लिए घर खरीदना महज सपना बन गया है।
पिछले एक साल में प्रॉपर्टी के दाम ४-५ प्रतिशत तक बढ़े हैं। लग्जरी सेगमेंट में बड़े-बड़े डेवलपर्स ने रिकॉर्ड सेल्स दर्ज की है। हालांकि, इस सफलता के पीछे सरकार को स्टंप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन फीस से हुई मोटी कमाई है। लेकिन सवाल उठता है कि क्या ये आर्थिक बढ़त आम मुंबईकर के जीवन को बेहतर बनाने में कोई योगदान दे रही है? प्रीमियम प्रोजेक्ट्स में करोड़ों की कीमत वाले मकान बेचकर डेवलपर्स तो मुनाफा कमा रहे हैं, लेकिन आम आदमी के लिए घर का सपना और दूर हो गया है।

अन्य समाचार