यूं तो डॉक्टरी पेशा स्वर्णिम करियर में अव्वल माना जाता है। कोई हॉस्पिटल बनाकर जन सेवाएं करता है तो कोई नामचीन अस्पतालों में मोटी पगार पर जॉब की चाह रखता है, लेकिन सेना में सेवाएं देने का हौसला बिरला डॉक्टर्स ही रखते हैं। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के तीर्थंकर महावीर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर के एक दर्जन से अधिक एमबीबीएस एल्युमिनाइज़ ने तीसरे विकल्प को चुनना पसंद किया है। भारतीय सेना के किसी भी सेक्टर में सेवा देना गर्व की बात है, किन्तु मेडिकल सेवाएं भी किसी से कमतर नहीं है। इसी संकल्फ को लेकर सिद्धि तक पहुंचाने का एक नाम- डॉ. देवेन्द्र शर्मा भी है। डॉ. शर्मा के अलावा टीएमयू के एमबीबीएस एल्युमिनाई- डॉ. ऋषि चौहान, डॉ. गायत्री यादव, डॉ. अंशुल यादव, डॉ. कल्पना कुंदू, डॉ. उमंग बतौर मेजर, डॉ. सार्थक गर्ग, डॉ. विपुल भारद्वाज, डॉ. जयंत शर्मा, डॉ. उज्ज्वल गुप्ता बतौर कैप्टन, डॉ. गौरव जी. राना बतौर स्कॉर्डन लीडर आदि भी मेडिकल सेवाओं में कैप्टन से मेजर तक इंडियन आर्मी के संग-संग वायु सेना में भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उल्लेखनीय है, एनएमसी ने इसी साल तीर्थंकर महावीर मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर में एमबीबीएस की 100 और सीटो पर प्रवेश को हरी झंडी दे दी है। अब टीएमयू मेडिकल कॉलेज कुल 250 एमबीबीएस सीटों का संचालन कर रहा है। मेडिकल कॉलेज के 20 विभागों में पीजी की 142 सीटे हैं।
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के 2023 बैच के एमबीबीएस एल्युमिनाई- डॉ. देवेन्द्र शर्मा भारतीय सेना में बतौर कैप्टन मेडिकल ऑफिसर सेवाएं दे रहे हैं। गुरूग्राम में जन्मे डॉ. शर्मा असम में तैनात हैं। कहते हैं, हरियाणा की माटी के कण-कण में देशभक्ति और खेल प्रतिभा बसी है। इसी जज्बे के चलते डॉ. शर्मा ने देश-विदेश के नामचीन अस्पतालों की मोटी पगार के ऑफर का मोह छोड़कर इंडियन आर्मी को अपनी कर्मभूमि बनाया। मिलनसार स्वभाव के धनी डॉ. देवेन्द्र शर्मा जब भी वेस्ट यूपी में होते हैं तो टीएमयू का अपनत्व उन्हें कैंपस की ओर खींच लाता है। यह टीएमयू और एल्युमिनाई के अटूट रिश्तों को दर्शाता है। डॉ. शर्मा हाल ही में टीएमयू कैंपस में आए तो कुलाधिपति श्री सुरेश जैन, जीवीसी श्री मनीष जैन, एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर श्री अक्षत जैन से शिष्टाचार भेंट तो की ही साथ ही अपने गुरूजनों और जूनियर्स से मुलाकात करना नहीं भूले। कुलाधिपति श्री सुरेश जैन ने कैप्टन- मेडिकल ऑफिसर डॉ. देवेन्द्र शर्मा को बिग्रेडियर बनने का आशीर्वाद दिया। साथ ही इच्छा जताई, टीएमयू मेडिकल कॉलेज के द्वार उनके लिए हमेशा-हमेशा के लिए खुले हैं। कुलाधिपति के संग-संग जीवीसी और एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर ने संयुक्त रूप से एल्युमिनाई को स्मृति चिन्ह भी भेंट किया। इस अवसर पर एल्युमिनाई रिलेशन्स के ज्वाइंट रजिस्ट्रार प्रो. निखिल रस्तोगी की भी उल्लेखनीय मौजूदगी रही। चलते-चलते डॉ. शर्मा टीएमयू की उत्कृष्ट शैक्षिक और मेडिकल सेवाओं को ही सेना में अपने स्वर्णिम मेडिकल करियर का श्रेय देना नहीं भूलते हैं।