उमेश गुप्ता / वाराणसी
वाराणसी में सामने आए गैंगरेप केस ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस मामले में अब एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पीड़ित छात्रा हेपेटाइटिस-B पॉजिटिव पाई गई है और उसकी सेहत गंभीर स्थिति में है। डॉक्टरों का कहना है कि लंबे समय से उसे ड्रग्स दिया जा रहा था, जिसके कारण वह पीलिया (जॉन्डिस) की शिकार हो गई।
छात्रा की मेडिकल जांच में न सिर्फ हेपेटाइटिस-B का संक्रमण मिला है, बल्कि ब्लड काउंट भी सामान्य से काफी कम आया है। हालत को देखते हुए उसे वाराणसी के पंडित दीनदयाल राजकीय जिला अस्पताल के महिला विंग में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों का कहना है कि सोमवार को उसकी हालत बिगड़ने की आशंका है, इसलिए उसे किसी बड़े हॉस्पिटल में शिफ्ट किया जाएगा।
ज्ञात हो कि यह मामला प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंच चुका है। पीएम मोदी जब हाल ही में काशी दौरे पर आए, तो एयरपोर्ट पर उतरते ही उन्होंने पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से इस केस की पूरी जानकारी ली और सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया। इसके बाद से पुलिस, मेडिकल और प्रशासनिक टीमें एक्टिव हो गई हैं।
हेपेटाइटिस-B की पुष्टि होने के बाद अब गिरफ्तार 12 आरोपियों में भी डर का माहौल है। उन्हें आशंका है कि कहीं वे भी इस संक्रमण की चपेट में न आ जाएं। दूसरी ओर पुलिस ने छात्रा की दोबारा मेडिकल जांच के लिए तीन नए सैंपल लिए हैं। इनमें से एक का उपयोग DNA टेस्ट के लिए किया जाएगा, ताकि आरोपियों के साथ उसका मैचिंग कराया जा सके।
पीड़िता 18 साल की ग्रेजुएशन की छात्रा है, जो 29 मार्च को अपने घर लौट रही थी। रास्ते में उसका परिचित राज विश्वकर्मा मिला, जो उसे घुमाने के बहाने होटल ले गया और वहीं उसके साथ दुष्कर्म किया। उसने वीडियो भी बना लिया।
इसके बाद वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उसने अपने अन्य साथियों-समीर, आयुष, सोहेल, अनमोल, दानिश, साजिद, जाहिर आदि को बुला लिया। इन लोगों ने उसे नशीला पदार्थ सुंघाया, और अलग-अलग जगहों पर गैंगरेप किया। एक रात उसे कार में बैठाकर चलती गाड़ी में रेप किया गया और फिर सड़क पर फेंक दिया गया।
जब छात्रा पुलिस को मिली, तो वह ड्रग्स के असर में थी। उसके बयानों में कई बार विरोधाभास पाया गया। वह कभी चुप हो जाती है, तो कभी अचानक रोने लगती है। मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और वह परिवार से भी ज्यादा बात नहीं करती। डॉक्टरों ने उसे मानसिक और शारीरिक इलाज दोनों की जरूरत बताई है।
पुलिस ने अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके खिलाफ अगले 72 घंटे में चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी। चार्जशीट में पीड़िता के बयान, मेडिकल रिपोर्ट, घटनास्थल के नक्शे और गवाहों के बयान को शामिल किया जा रहा है। इसके बाद पुलिस गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करेगी और आरोपियों की प्रॉपर्टी कुर्क या सीज करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
डॉक्टरों के मुताबिक, हेपेटाइटिस-B एक संक्रामक और गंभीर लिवर रोग है, जो खून या शरीर के तरल पदार्थों के जरिए फैलता है। इसमें संक्रमित व्यक्ति से यह वायरस वीर्य, योनि स्राव या मां के दूध से दूसरे व्यक्ति तक जा सकता है। यह बीमारी लिवर को नुकसान पहुंचाती है और लंबे समय तक इलाज न होने पर लिवर फेल भी हो सकता है। हालांकि, इसका कोई स्थायी इलाज नहीं, लेकिन इसका टीका (वैक्सीन) मौजूद है, जो संक्रमण से 90-95% तक सुरक्षा देता है। टीकाकरण इसका सबसे प्रभावी बचाव है।