नागपुर:
नागपुर में जारी महाराष्ट्र विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा एक बौद्धिक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और भाजपा-शिवसेना के तमाम विधायकों ने हिस्सा लिया। बैठक रेशमबाग स्थित स्मृति भवन में हुई, जहां संघ प्रमुख मोहन भागवत से सभी नेताओं ने मुलाकात की। संघ द्वारा एनसीपी के उपमुख्यमंत्री अजित पवार और उनके विधायकों को भी आमंत्रण दिया गया था। हालांकि, अजित पवार इस बैठक में शामिल नहीं हुए। एनसीपी से केवल तुमसर के विधायक राजू कारेमोरे ने बैठक में उपस्थिति दर्ज कराई।
तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद देवेंद्र फडणवीस पहली बार संघ कार्यालय पहुंचे। इससे पहले वे विधानसभा चुनाव और चुनावी परिणाम के दौरान संघ प्रमुख से कई बार मुलाकात कर चुके थे। संघ द्वारा आयोजित इस बैठक में फडणवीस की उपस्थिति को राजनीतिक दृष्टिकोण से अहम माना जा रहा है।
संघ के निमंत्रण के बावजूद उपमुख्यमंत्री अजित पवार इस बैठक से नदारद रहे। हालांकि, एनसीपी के विधायक राजू कारेमोरे ने बैठक में हिस्सा लिया। कारेमोरे ने इसे व्यक्तिगत यात्रा बताते हुए कहा, “पार्टी ने मुझे यहां आने से नहीं रोका। मैं यहां दर्शन के लिए आया हूं, और इस स्थान पर आने से ऊर्जा मिलती है।” शीतकालीन सत्र के दौरान संघ द्वारा भाजपा और महायुति के नेताओं के लिए बौद्धिक बैठकों का आयोजन किया जाता है। इन बैठकों का उद्देश्य नेताओं को मार्गदर्शन और विचारधारा से जोड़कर पार्टी की रणनीति को मजबूती प्रदान करना है।