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अफसरों की बैठक के बाद राज्य मंत्री पहुंचे गांव! परखे अफसरों के ‘दावे’!

विक्रम सिंह/सुल्तानपुर
सिर्फ फाइलों में मौसम गुलाबी बता रहे अफसरों को गत दिवस सुल्तानपुर के दौरे पर आए दर्जा प्राप्त मंत्री पिछड़ा वर्ग आयोग अध्यक्ष सोहन लाल श्रीमाली ने विकास का यथार्थ दिखा दिया है। कई जगह विसंगति देखने को मिली , जिस पर उन्होंने फोन करके सीडीओ और संबंधित बीडीओ से उलाहना दी और सख्त हिदायत भी दी कि..कथनी-करनी का भेद दूर करें।

‘संघनिष्ठ’ भाजपा नेता पिछड़ा वर्ग उपाध्यक्ष सोहन लाल श्रीमाली गत शनिवार को दो दिवसीय दौरे पर सुल्तानपुर आए थे। पहले दिन सीडीओ व उच्चाधिकारियों के साथ बैठक में उन्होंने जिले में संचालित पिछड़ा वर्ग कल्याण योजनाओं का जायजा लिया। इस दौरान अफसरों ने उनके सामने जिले में विकास को लेकर कसीदे पढ़े। इसके बाद अगले दिन रविवार को दर्जा प्राप्त मंत्री श्रीमाली ने बगैर पूर्व नियोजित कार्यक्रम के विकास की हकीकत परखने गांव-गिरांव में निकल पड़े। वे मोतिगरपुर, दोस्तपुर व जयसिंहपुर ब्लॉक के विभिन्न गांवों में गए। इसी क्रम में चोरमा भी पहुंचे। जहां अधिवक्ता मनोज सिंह के दरवाजे पर ग्रामीणों की चौपाल भी लगाई। जिसमें अफसरों के दावों का ‘क्रॉस चेक’ किया।

जानकारी में आया कि आवास के लिये गुहार करने वाले एक बुजुर्ग ग्रामीण का आवेदन विपरीत रिपोर्ट लगाकर बीडीओ ने निरस्त कर दिया कि..उनके पास आवास है। जबकि उनके पास रहने के लिये मात्र टिन शेड है। जिसे दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री ने देखा भी। इसके बाद सीडीओ से फोन पर वार्ता कर उन्होंने तत्काल सम्बन्धित व्यक्ति को आवास उपलब्ध कराने के लिये प्रभावी प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिये। श्रीमाली ने मोदी सरकार की ग्राम्य हित में लागू विकास योजनाओं की भी जानकारी ग्रामीणों को दी। संघ के पूर्व वरिष्ठ प्रचारक व भारतीय किसान संघ के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य कुंवर बहादुर से भी उन्होंने संवाद किया। इस अवसर पर लविवि के पूर्व छात्र नेता धीरेंद्र प्रताप सिंह धीरू, राघवेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।

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