राधेश्याम सिंह / वसई
विरार-पश्चिम के बोलिंज पुलिस ने तीन घंटे के भीतर अपहरण नाबालिग लड़की को खोजने में सफलता प्राप्त की। यह कार्रवाई डीसीपी (जोन 3) जयंत बजबले और एसीपी विजय लगारे के मार्गदर्शन में बोलिंज पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक प्रकाश कावले और क्राइम पुलिस निरीक्षक प्रकाश सावंत के नेतृत्व में सहायक पुलिस निरीक्षक वैभव जगताप और रूपेश दलवी की टीम ने यह कार्यवाही की है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि 18 मार्च 2025 को लगभग 6 बजे, विरार-पश्चिम शीतलनगर बिल्डिंग क्षेत्र में रहने वाले 35 वर्षीय शिकायतकर्ता ने बोलिंज पुलिस स्टेशन में आकर बताया कि उनकी 14 वर्षीय नाबालिग बेटी सुबह 7 बजे स्कूल गई थी, लेकिन अब तक वह घर नहीं आई है। और नाबालिग लड़की के चाचा को मोबाइल फोन पर “मेरी मदद करो, अपहरण कर लिया गया है” जैसे संदेश मिल रहे थे। इसलिए शिकायतकर्ता की शिकायत के आधार पर बोलिंज पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता धारा 137 (2) के तहत 18 मार्च 2025 को तुरंत एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस अधिकारी ने बताया की नाबालिग लड़की का अपहरण करने का संगीन मामला था। अपराध जांच दल के अधिकारी-कर्मचारी ने अपराध स्थल का दौरा किया और शिकायतकर्ता और साक्षीदार से पूछताछ के बाद अपहृत लड़की के चाचा को संदेश भेजने के लिए इस्तेमाल किए गए फोन नंबर का तकनीकी विश्लेषण किया गया। तब अनुमान लगाया गया कि लड़की मुंबई से जोधपुर जा रही सूर्यनगरी एक्सप्रेस ट्रेन संख्या 12480 में है और पता चला कि ट्रेन सूरत रेलवे स्टेशन से बड़ौदा की ओर जा रही थी। नाबालिग लड़की और अपराध की गंभीरता के बारे में तुरंत गुजरात के भरूच रेलवे स्टेशन आरपीएफ, बड़ौदा रेलवे स्टेशन आरपीएफ और अमदाबाद रेलवे आरपीएफ पुलिस स्टेशनों और नियंत्रण कक्षों को जानकारी दी गई। अपहृत नाबालिग लड़की को अमदाबाद रेलवे आरपीएफ द्वारा 18 मार्च को रात्रि लगभग 8.30 बजे अमदाबाद रेलवे स्टेशन पर सूर्यनगरी एक्सप्रेस में सुरक्षित रूप से हिरासत में लिया गया तथा पुलिस स्टेशन पर सूचना प्राप्त होने के तीन घंटे के भीतर के अपराध को सुलझा लिया।