मुख्यपृष्ठनए समाचारमोदी और योगी सरकार कर रही गुमराह ... महाकुंभ में २ हजार...

मोदी और योगी सरकार कर रही गुमराह … महाकुंभ में २ हजार से ज्यादा की हुई मौत! … संजय राऊत का सनसनीखेज दावा

सामना संवाददाता / मुंबई
महाकुंभ हमारी आस्था और श्रद्धा का विषय है। उम्मीद थी कि महाकुंभ उचित तरीके से आयोजित होगा। डिजिटल महाकुंभ की घोषणा की गई। यह अनुमान लगाया गया था कि बीस से पच्चीस करोड़ लोग आएंगे। कुंभ को एक राजनीतिक इवेंट बना दिया गया, उसकी मार्वेâटिंग हुई। महाकुंभ में भगदड़ मच गई। हालांकि, सरकार ने भगदड़ की घटना को अफवाह बताकर खारिज कर दिया। ऐसा कहा गया कि महाकुंभ में तीस लोग मारे गए। क्या यह आंकड़ा सही है। इस तरह का सवाल शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) संसदीय दल के नेता व सांसद संजय राऊत ने किया है। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया है कि महाकुंभ में कम से कम दो हजार से अधिक लोग मारे गए हैं। संजय राऊत ने राज्यसभा में मोदी और योगी सरकार पर कड़ा हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि सरकार गुमराह कर रही है।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए सांसद संजय राऊत ने मोदी और योगी सरकार के पाखंड को उजागर किया। परिणामस्वरूप, बौखलाए सत्तारूढ़ पार्टी के सांसदों ने राऊत के भाषण को बाधित करने की कोशिश की। सदन में उस समय हड़कंप मच गया, जब उन्होंने सनसनीखेज खुलासा किया कि इस कुंभ में दुर्भाग्यवश कम से कम दो हजार लोग मारे गए हैं और इतनी ही संख्या में लोग लापता हैं। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश सिंह ने राऊत से कहा कि इस संबंध में कोई सबूत होने पर ही बोलें। हालांकि, राऊत की तोपें लगातार चलती रहीं। इससे सत्तारूढ़ दलों के भीतर अशांति बढ़ रही थी। जैसे ही उन्हें इसका अहसास हुआ, उपसभापति ने अपना माइक्रोफोन बंद कर दिया और कहा कि संजय राऊत आपके बोलने का समय समाप्त हो गया है।
…इतने में प्रधानमंत्री का हो चुका होता इस्तीफा
सत्तारूढ़ दल के प्रशासनिक कार्यों पर ध्यान न देने के कारण महाकुंभ के दौरान दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हो रही हैं। वहां वास्तविक व्यवस्था क्या थी, वह कितनी खराब थी? शिवसेना नेता संजय राऊत ने यह भी कहा कि कुंभ मेले जैसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना अगर किसी अन्य देश में हुई होती तो वहां के प्रधानमंत्री अब तक इस्तीफा दे चुके होते।

चौबीसों घंटे चलती राजनीति
देश का लोकतंत्र इस समय आईसीयू में है। देश में सत्तारूढ़ पार्टी का वर्तमान में एकमात्र कार्यक्रम चुनाव लड़ना और उन्हें किसी भी तरह से जीतना है। राजनीति चौबीसों घंटे चलती रहती है। सरकार को वास्तविक प्रशासन चलाना होगा। विकास कार्य किए जाने की आवश्यकता है। शिवसेना नेता व सांसद संजय राऊत ने मौजूदा सत्ताधारियों पर निशाना साधते हुए कहा कि वे चुनावों में इतने व्यस्त हैं कि उन्हें किसी और चीज की सुध ही नहीं है।

भाजपाइयों में मची भगदड़, पर किसलिए?
महाकुंभ में मौतों के आंकड़ों पर शिवसेना नेता संजय राऊत के राज्यसभा में मोदी और योगी सरकार पर किया गया हमला दिल पर लगने पर उपसभापति हरिवंश सिंह ने कहा कि आप ठोस सबूत दें और इसकी पुष्टि करें। उन्होंने यह कहते हुए अपना माइक बंद कर दिया कि आपका समय समाप्त हो गया है। संजय राऊत ने `एक्स’ पर एक पोस्ट कर इस संबंध में सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि मैंने क्या गलत कहा कि मेरा माइक बंद कर दिया गया, कुंभ में ३० से ज्यादा लोग मर गए। उन्होंने इतना ही कहा और सदन में भाजपाई सदस्यों में भगदड़ मच गई, पर किसलिए? यह सवाल संजय राऊत ने पूछा है।

अन्य समाचार