हटाया निर्यात पर लगा प्रतिबंध
सामना संवाददाता / मुंबई
चुनाव के वक्त आचार संहिता लगी होती है और सरकार कोई भी ऐसा काम नहीं कर सकती जिससे मतदान प्रभावित होने का अंदेशा हो। पर मोदी सरकार को इसकी परवाह नहीं है। आचार संहिता के बीच मोदी सरकार को अचानक प्याज पर प्यार उमड़ पड़ा है। यही वजह है कि मोदी सरकार ने आचार संहिता को अंगूठा दिखाते हुए प्याज के निर्यात पर लगा प्रतिबंध हटा लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, मोदी सरकार द्वारा गुजरात से २,००० मीट्रिक टन सफेद प्याज के निर्यात की अनुमति दिए जाने के बाद महाराष्ट्र के किसानों ने गुस्सा जाहिर किया था। अब मोदी सरकार ने प्याज के निर्यात पर लगा प्रतिबंध हटा लिया है।
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र समेत देश के कुछ हिस्सों में पिछले साल कम बारिश और तेजी से बढ़ती प्याज की कीमतों के कारण मोदी सरकार ने प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन पहले से ही बेमौसम बारिश के कारण नुकसान झेल रहे प्याज किसानों पर निर्यात प्रतिबंध से असर पड़ा। प्रतिबंध लगाए जाने से बहुत ही तेजी से प्याज की कीमतें गिर गर्इं और गुस्साए किसान मोदी सरकार के निर्यात प्रतिबंध के खिलाफ सड़कों पर उतर आए। महाराष्ट्र में कई जगहों पर किसानों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया था। साथ ही महाराष्ट्र में महायुति सरकार के खिलाफ किसानों में काफी गुस्सा था।
अब लोकसभा चुनाव के बीच मोदी सरकार ने प्याज निर्यात पर लगा प्रतिबंध हटा दिया है। केंद्र सरकार ने ६ देशों बांग्लादेश, श्रीलंका, यूएई, भूटान, बहरीन और मॉरीशस को प्याज निर्यात की अनुमति दे दी है। इस पैâसले के मुताबिक, केंद्र सरकार ने ९९,१५० मीट्रिक टन प्याज के निर्यात की इजाजत दे दी है। केंद्र की मोदी सरकार ने ८ दिसंबर २०२३ को प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया था। बताया गया कि यह निर्यात प्रतिबंध ३१ मार्च तक रहेगा। हालांकि, ३१ मार्च के बाद भी प्याज पर प्रतिबंध बरकरार रहा। साथ ही मोदी सरकार ने कहा था कि प्याज निर्यात पर प्रतिबंध अनिश्चित काल तक रहेगा।