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पब्लिक से पाई-पाई का हिसाब लेगी मोदी सरकार! … पैन २.० योजना को मिली मंजूरी

-हर अकाउंट पर हरदम रहेगी आयकर की सीधी नजर
– हरेक ट्रांजेक्शन पर आईटी को मिलेगा तुरंत अलर्ट
– रु. १,५०० करोड़ खर्च करके डेढ़ लाख करोड़ की होगी आम जनता से वसूली’

सामना संवाददाता / मुंबई
भाजपा सरकार के राज में आम लोगों की कमाई तो घट रही और खर्चे बढ़ रहे हैं। नोटबंदी के बाद सरकार ने जीएसटी लगाकर व्यापारियों की कमर तो तोड़ ही दी थी, अब आम आदमी भी सरकार के चक्रव्यूह में फंसने वाला है। मोदी सरकार ने पब्लिक से पाई-पाई का हिसाब लेने का मंसूबा बनाया है। यह काम पैन २.० योजना के तहत किया जाएगा। सरकार ने इस योजना को मंजूरी दे दी है। इस योजना के लागू होने के बाद हर अकाउंट पर सरकार की सीधी नजर होगी। आम आदमी द्वारा किया गया हर ट्रांजेक्शन का अलर्ट आईटी को तुरंत मिल जाएगा।
मिली जानकारी के अनुसार, केंद्र सरकार पैन २.० के तहत नया पैन कार्ड जारी करनेवाली है। इसमें नंबर तो वही पुराना रहेगा, पर कार्ड में क्यूआर कोड जैसे नए फीचर जुड़नेवाले हैं। इस क्यूआर कोड को स्वैâन करते ही यूजर की सारी जानकारी सामने आ जाएगी। बताया जा रहा है कि इस योजना पर करीब १,५०० करोड़ रुपए खर्च होनेवाले हैं और सरकार इसके जरिए करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपए की वसूली की मंशा पाले बैठी है।

पैन २.० करेगा आपकी कमाई का पंचनामा!

क्यूआर कोड को स्कैन करने पर व्यक्ति की फोटो, सिग्नेचर, नाम, पिता / माता का नाम और जन्मतिथि की जानकारी मिलेगी। इसके लिए नया पैन कार्ड अलग से बनवाने की जरूरत नहीं है।

केंद्र सरकार ने देशभर में पैन २.० शुरू करने एलान किया है। यह नया पैन कार्ड आपकी कमाई का पंचनामा करेगा यानी आपने कितना कमाया और कितना खर्च किया, इस बात की पूरी जानकारी इनकम टैक्स विभाग को तुरंत पहुंच जाएगी। इस नए पैन कार्ड २.० में क्यूआर कोड होगा, जसे स्वैâन करते ही यूजर की सारी जानकारी सामने आ जाएगी। इसके लिए सरकार करीब १,५०० करोड़ रुपए खर्च करेगी।
सरकारी दावे के अनुसार, इसका मकसद पैन कार्ड की प्रक्रिया को आसान और सुरक्षित बनाना है। देश में करीब ७० करोड़ पैन कार्ड हैं। पैन कार्ड २.० एक नई प्रणाली है जो पैन कार्ड से जुड़ी सभी जानकारियों को एक ही जगह पर लाएगी। अब तक पैन से जुड़े कामों के लिए अलग-अलग वेबसाइट्स थी, लेकिन अब एक ही वेबसाइट पर सभी काम हो सकेंगे। इसमें पैन कार्ड बनवाना, अपडेट करना, सुधार करना, आधार से लिंक करना, दोबारा जारी करवाना और पैन कार्ड की वैलिडिटी चेक करना जैसे काम शामिल हैं। क्यूआर कोड पैन कार्ड की जानकारी को वेरिफाई करने में मदद करता है। जहां तक क्यूआर कोड का सवाल है तो वह २०१७-१८ से ही पैन कार्ड में आ रहे हैं। मगर अब ये अनिवार्य हो जाएंगे। अब ये डायनामिक होंगे यानी इनमें पैन डेटाबेस की लेटेस्ट जानकारी दिखेगी। क्यूआर कोड को स्वैâन करने पर व्यक्ति की फोटो, सिग्नेचर, नाम, पिता / माता का नाम और जन्मतिथि की जानकारी मिलेगी। इसके लिए नया पैन कार्ड अलग से बनवाने की जरूरत नहीं है। पुराना पैन कार्ड वैलिड रहेगा।

क्यूआर कोड के साथ अपग्रेड होगा पैन २.०
बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के क्यूआर कोड के साथ पैन कार्ड को नए डिजाइन में अपग्रेड किया जा सकता है। हालांकि, अगर फिजिकल कार्ड चाहिए तो आवेदन करना होगा और इसके लिए ५० रुपए का भुगतान करना होगा। पैन कार्ड पर क्यूआर कोड न होने से उसकी वैधता प्रभावित नहीं होगी। इनकम टैक्स एक्ट, १९६१ के प्रावधानों के मुताबिक, कोई भी व्यक्ति एक से ज्यादा पैन कार्ड नहीं रख सकता है। अगर किसी व्यक्ति के पास एक से ज्यादा पैन है तो उसे अपने अधिकार क्षेत्र के निर्धारण अधिकारी को इसकी सूचना देना होगा और अतिरिक्त पैन को डिलीट या डिएक्टिवेट करवाना होगा।

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