सामना संवाददाता / मुंबई
मोदी जी, शिवसेना का रिमोट कंट्रोल किसके हाथ में है, यह देखने की कोशिश न करें। मैं बालासाहेब का सुपुत्र हूं। जब आपके हाथ में शिवसेना का रिमोट नहीं दिया तो कांग्रेस के हाथ में कैसे जाने दूंगा? इस तरह का करारा जवाब शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी को दिया।
मुंबई में कल हुई महायुति की सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तंज कसते हुए कहा था कि महाविकास आघाड़ी में शामिल एक पक्ष ने अपना रिमोट कंट्रोल शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे का अपमान करनेवालों के हाथ में दे दिया है। इसकी खबर लेते हुए उद्धव ठाकरे ने लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि मोदी के जुमलों को सुनते-सुनते केवल आंखें बंद करके वोट मत देना, अब आपका समय आ गया है। अब आपकी ‘सटक’ जानी चाहिए।
मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं या गद्दारों के?
उद्धव ठाकरे का पीएम पर करारा प्रहार
महाविकास आघाड़ी के प्रत्याशियों के प्रचारार्थ सिल्लोड़, वैजापुर में आयोजित उद्धव ठाकरे की सभाओं को जनता का तूफानी प्रतिसाद मिला है। इन सभाओं में उन्होंने भाजपा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और घाती सरकार पर जोरदार हमला बोला। इस दौरान उन्होंने कहा कि कल भी मुंबई में प्रधानमंत्री मोदी की सभा में कुर्सियों की भीड़ लगी थी, लेकिन लोग आए ही नहीं। हालांकि, यहां एक व्यक्ति भी किराए पर नहीं आया है। यह भीड़ गुंडागर्दी को जलाने के लिए आई है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि सिल्लोड़ में गद्दारों ने सुप्रिया सुले के साथ वैâमरे के सामने ही गाली-गलौज की थी। कल वही व्यक्ति छत्रपति संभाजीनगर में प्रधानमंत्री के मंच पर बैठा था। महिलाओं पर अत्याचार करनेवाला कर्नाटक का प्रज्वल रेवन्ना भी कुछ महीनों पहले मोदी के मंच पर बैठा था। उद्धव ठाकरे ने सवाल पूछा कि क्या यही मोदी की संस्कृति है? आम जनता जब एक साथ आती है तब कितना भी बड़ा व्यक्ति हो, वह डगमगा कर गिर ही जाता है और यही इस देश का इतिहास रहा है। उद्धव ठाकरे ने आह्वान किया कि यह मौका न गंवाएं। आइए, एक साथ मिलकर इस गुंडागर्दी को खत्म करें।
…तो प्रधानमंत्री पद छोड़ें और गद्दारों की टोली में शामिल हो जाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गद्दारों के प्रचारार्थ महाराष्ट्र में आ रहे हैं, यह शर्म की बात है। मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं अथवा गद्दारों के? इस तरह का सवाल करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि गद्दारों के प्रचार में आ रहे हैं तो प्रधानमंत्री पद छोड़ दें और गद्दारों की टोली में शामिल हो जाएं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री गद्दारों के प्रचार में आ रहे हैं तो महाविकास आघाड़ी के प्रत्याशियों का प्रचार करने के लिए भी आना चाहिए, क्योंकि वे हमारे भी प्रधानमंत्री हैं। प्रधानमंत्री अथवा मुख्यमंत्री को किसी एक दल का प्रचार करने के लिए नहीं आना चाहिए। आना है तो उन्हें पहले अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए, इस तरह की मांग भी उद्धव ठाकरे ने की।
सोयाबीन को दूंगा सात हजार रुपए का भाव
उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाविकास आघाड़ी सरकार के दौरान हमने सोयाबीन को ७ हजार रुपए का भाव दिया था। इस बार सरकार आने पर वही भाव फिर से देंगे, ऐसा आश्वासन उद्धव ठाकरे ने किसानों को दिया। किसानों की उपज को वाजिब भाव नहीं देंगे तो क्या गद्दारों को भाव देंगे, ऐसा कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि क्लिस्ट नीतियों के चलते प्याज उत्पादक किसान मर रहा है। मोदी सरकार के प्याज निर्यात पर प्रतिबंध लगाए जाने से प्याज उत्पादक किसानों को भारी नुकसान हुआ, इसके बाद किसानों को दिखाने के लिए सफेद प्याज पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया गया। उद्धव ठाकरे ने सवाल पूछा कि महाराष्ट्र में क्या कोई सफेद प्याज की खेती करता है?
महाराष्ट्र के कोने-कोने में जल रही ‘मशाल’
उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र के कोने-कोने में जहां भी गर्दन घुमाकर देखें तो जलती हुई ‘मशाल’ दिखाई देगी। उन्होंने शिवसेना विधायकों की अयोग्यता के फैसले पर की गई देरी को लेकर सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि चंद्रचूड़ ने दो वर्षों तक तारीख पर तारीख देकर दिन निकाले। गद्दार हुड़दंग मचा रहे हैं, पैसे खा रहे हैं, महाराष्ट्र की जमकर लूट हो रही है, उसे देखे बिना चंद्रचूड़ बाहर केवल कानून कैसा होना चाहिए, इस पर भाषण झाड़ रहे थे। लोकतंत्र मर रहा है और लोकतंत्र को कैसे बचाना चाहिए, इस पर प्रवचन दे रहे थे। लोकतंत्र बचाने का पवित्र कार्य उनके हाथ में होते हुए भी उन्होंने वैसा नहीं किया। इस तरह का सवाल भी उद्धव ठाकरे ने उठाया।
शिवराय का है महाराष्ट्र
मोदी और शाह हमारी आंखों के सामने हमारे महाराष्ट्र को लूटकर गुजरात ले जा रहे हैं तो क्या हम नामर्द की तरह देखते रहें, ऐसा संतप्त सवाल भी उद्धव ठाकरे ने किया। उन्होंने कहा कि आपने न्यायदेवता की आंखों पर लगी पट्टी निकाल दी, लेकिन मेरा महाराष्ट्र शिवराय का महाराष्ट्र है, वो कौरवों के बाप धृतराष्ट्र नहीं। मोदी और शाह को याद दिलाते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र का हक कैसे लूट रहे हो, यह पूरा महाराष्ट्र देख रहा है।
आज बैग की तलाशी के लिए कोई नहीं आया
उद्धव ठाकरे जहां-जहां सभा में जा रहे थे, वहां-वहां हेलिकॉप्टर से उतरते ही चुनाव अधिकारी उनके बैगों की तलाशी लेते थे, जिसका वीडियो बनाकर उद्धव ठाकरे ने सोशल मीडिया पर पोस्ट भी किया था। कल सिल्लोड़ और वैजापुर में हेलिपैड पर उतरते ही उन्होंने चारों तरफ नजर दौड़ाई, लेकिन कोई भी अधिकारी तलाशी के लिए नहीं आया।