मुख्यपृष्ठटॉप समाचारमोदी-‘घाती’ की है महालीकेज सरकार! ... उद्धव ठाकरे का जोरदार हमला

मोदी-‘घाती’ की है महालीकेज सरकार! … उद्धव ठाकरे का जोरदार हमला

सरकार को सच-सच बताना चाहिए कि पिछले दो साल में कितनी घोषणाएं पूरी हुईं। वे अपना श्वेत पत्र जारी करें। शिवसेना की तरफ से सत्र में जनता के जीवन मूल्यों के मुद्दे उपस्थित किए जाएंगे।’

सामना संवाददाता / मुंबई
‘घाती’ सरकार को ‘खोके’ और महायुति सरकार कहते हैं। केंद्र और राज्य सरकार अपनी भाषा में डबल इंजिन सरकार कह रही होगी, लेकिन यह महालीकेज सरकार है। इस तरह का जोरदार हमला शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने कल किया। उन्होंने सनसनीखेज तंज भरे लहजे में कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के गर्भगृह में लीकेज हुआ है, पेपर लीक हुआ है, फिर भी केंद्र सरकार को लज्जा, शर्म नहीं है।
राज्य विधानमंडल में मानसून सत्र कल से शुरू हुआ है। कल पहले दिन का कामकाज खत्म होने के बाद उद्धव ठाकरे ने शिवालय में पत्रकार परिषद में मीडिया से बात की। इस दौरान ‘उन्होंने घाती’ सरकार की जमकर खबर ली। उन्होंने तीखा तंज कसते हुए कहा कि महाराष्ट्र ‘खोके’ सरकार को बाय-बाय कह रहा है, आइए हम उन्हें भरे या खाली दिल से अलविदा कहें।
मुख्यमंत्री काटते हैं विशेष फसल
इस दौरान उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की भी खबर ली। प्रदेश में जब असंवैधानिक सरकार अस्तित्व में आई तब असंवैधानिक मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि कोई भी किसान आत्महत्या नहीं करेगा। मुख्यमंत्री का क्या… उनकी पांच सितारा खेती है। हेलिकॉप्टर से खेती करनेवाले वे राज्य ही नहीं, बल्कि देश के पहले किसान होंगे। उद्धव ठाकरे ने यह कहकर भी मजाक उड़ाया कि वे अमावस्या और पूर्णिमा पर विशेष फसल काटते हैं।

खाते में सिर्फ ७० रुपए आए
घोषित किए गए आंकड़े केवल कागजों पर ही हैं। किसानों के हाथों में पैसे पहुंचे ही नहीं हैं। किसानों को फसल बीमा के पैसे सही से नहीं मिल रहे हैं। कुछ स्थानों पर तो किसानों के खाते में केवल ७० रुपए ही जमा हुए हैं। उन्होंने कहा कि शिवसेना की मांग है कि मविआ की तरह ही किसानों की दो लाख तक कर्ज माफी की जाए।

दो वर्षों में घोषणाओं का जारी करें श्वेत पत्र
आज से शुरू हुआ अधिवेशन ‘खोके’ सरकार की विदाई का सत्र है। इसे दोहराते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि कल बजट पेश किया जाएगा। घोषणाओं की बारिश होगी, लेकिन यह एक लोक लुभावन बजट होगा। निधि खर्च ही नहीं होगी। बहुत घोषणाएं हो चुकी हैं। घोषणाओं की बारिश और क्रियान्वयन का अकाल रहता है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि सरकार को सच-सच बताना चाहिए कि पिछले दो साल में कितनी घोषणाएं पूरी हुर्इं। वे अपना श्वेत पत्र जारी करें। उन्होंने कहा कि शिवसेना की तरफ से सत्र में जनता के जीवन मूल्यों से संबंधित मुद्दे उपस्थित किए जाएंगे। उद्धव ठाकरे ने कहा कि दो सालों में सवा छह हजार किसानों ने आत्महत्याएं की हैं, यानी रोज नौ किसानों ने अपने जीवन को समाप्त किया है। किसानों के १० हजार २२ करोड़ रुपए की क्षतिपूर्ति राशि की अदायगी अभी बाकी है। घोषित किए गए आंकड़े केवल कागजों पर ही हैं। किसानों के हाथों में पैसे पहुंचे ही नहीं हैं। किसानों को फसल बीमा के पैसे सही से नहीं मिल रहे हैं। कुछ स्थानों पर तो किसानों के खाते में केवल ७० रुपए ही जमा हुए हैं। उन्होंने कहा कि शिवसेना की मांग है कि मविआ की तरह ही किसानों की दो लाख तक कर्ज माफी की जाए।

जनता अब भोली-भाली नहीं है! -उद्धव ठाकरे
शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने कल मीडिया को संबोधित किया। इस दौरान राज्य की ‘घाती’ सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में ‘लाडली बहन’ योजना की तरह घाती सरकार यहां भी ऐसी योजना शुरू करने जा रही है, लेकिन सरकार को लड़के-लड़कियों में भेदभाव नहीं करना चाहिए। उद्धव ठाकरे ने सलाह दी कि इस योजना को ‘लाडला भाई’ नाम से लाए। उन्होंने यह भी कहा कि अगर ‘लाडली बहन’ योजना लाई जाती है, तो चंद्रपुर में बहन-भाई के बारे में अपमानजनक बयान देनेवाले सुधीर मुनगंटीवार को योजना का क्रियान्वयन न करने दें। आज मुझे चॉकलेट दी गई, लेकिन ऐसी योजना का चॉकलेट जनता को मत दीजिए। जनता अब भोली-भाली नहीं है, यह उसने लोकसभा चुनाव में दिखा दिया है। उद्धव ठाकरे ने माताओं-बहनों की सुरक्षा करनेवाले युवा पुलिसकर्मियों को सुविधाएं देने की भी मांग की। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री रहते हुए सबसे अधिक पेपर लीक के मामले हुए थे। मीडिया के पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उद्धव ठाकरे ने तंज कसते हुए कहा कि इसे ही झूठा नैरेटिव कहते हैं।
विधानमंडल में प्रवेश करने के बाद लिफ्ट में उद्धव ठाकरे और देवेंद्र फडणवीस एक साथ थे। मीडिया ने जब इसे लेकर सवाल पूछा तो उद्धव ठाकरे ने कहा कि कई लोगों ने सोचा होगा कि ‘ना-ना करते प्यार तुम्हीं से कर बैठे…’ लेकिन संयोग से यह एक अनौपचारिक मुलाकात थी। उस मुलाकात का नाना पटोले से भी कोई संबंध नहीं है। कोई चर्चा नहीं हुई। लिफ्ट की दीवारों के कान नहीं होते। इसलिए हम अगली चर्चा लिफ्ट में करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि शिवसेना ड्रग्स के खिलाफ सदन में आवाज उठाएगी। इसके अलावा उन्होंने मराठा-ओबीसी पर बोलते हुए कहा कि शिवराय की शपथ लेनेवालों को सर्व सम्मति से रास्ता निकालना चाहिए। इसमें शिवसेना साथ है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि लोढ़ा टॉवर में मराठी लोगों के लिए ५० फीसदी आवास आरक्षित रखे जाने चाहिए।

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