सामना संवाददाता / मुंबई
`संजय राऊत ने कहा कि हमें आशा थी कि देश के सर्वोच्च न्यायाधीश पद पर बैठे चंद्रचूड़ न्याय करेंगे। इन गद्दारों पर अंकुश लगेगा। असंवैधानिक सरकार बर्खास्त होगी, लेकिन वे तारीख पर तारीख देते रहे। साथ ही वे हमारे मुद्दे को कचरे की टोकरी में डालते हुए ढाई साल बाद रिटायर हो गए। इस तरह से न्याय और लोकतंत्र की हत्या हो गई।’
विधानसभा चुनाव में पैसा पानी की तरह बहाया जा रहा है। यह जमीन से निकल रहा है या आसमान से गिर रहा है, यही पता नहीं है। उन्हीं पैसों से आपके वोटों को खरीदने की साजिश चल रही है, लेकिन यह महाराष्ट्र नहीं बिकेगा। यह मैं इस मंच से नरेंद्र मोदी और अमित शाह को कह रहा हूं। शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे की सभाओं को महाराष्ट्र में जबरदस्त प्रतिसाद मिल रहा है। शरद पवार सभाएं कर रहे हैं। कल से महाराष्ट्र में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी प्रचार के लिए घूम रहे हैं। हालांकि, दो दिन पहले ही अमित शाह और नरेंद्र मोदी महाराष्ट्र से गायब हो चुके हैं, क्योंकि उन्हें यह अहसास हो गया है कि यदि हम ज्यादा दिनों तक महाराष्ट्र में रहे तो महाविकास आघाड़ी की १७० की बजाय २०० सीटें चुनकर आएंगी। इसलिए हमारा दिल्ली जाना ही ठीक है। इस तरह का जोरदार हमला शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने किया।
मुंबई के बीकेसी में आयोजित महाविकास आघाड़ी की प्रचार सभा में सांसद संजय राऊत ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि एक जोकर भगवा रंग के कपड़े पहनकर आया है। योगी आदित्यनाथ भगवा रंग का ही अपमान कर रहे हैं। कल उनके राज्य में एक अस्पताल में लगी आग में १२ नवजातों की मौत हो गई। ये महाशय मुंबई में प्रचार कर रहे हैं। इतना बेशर्म और निर्दयी राजनेता हमने पूरी जिंदगी में नहीं देखा। ये यहां आकर ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ का नारा दे रहे हैं। अरे बंटेंगे तो कटेंगे के लिए आपका बाप आना चाहिए। संजय राऊत ने कहा कि हम बंटेंगे भी नहीं और कटेंगे भी नहीं। हम २३ तारीख को फाड़ेंगे।
जनता करेगी गद्दारों का फैसला
संजय राऊत ने कहा कि महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के आज गौतम अडानी मालिक हो गए हैं। अडानी की संपत्ति नरेंद्र मोदी और शाह की है। मुनीमी करते हुए इसकी रखवाली करने का काम अडानी कर रहे हैं। पूरी धारावी को अडानी की झोली में डालकर उसके जरिए एक लाख करोड़ का लाभ नरेंद्र मोदी, शाह और उनके एजेंटों को मिलेगा। धारावीकरों को आवास मिलेगा या नहीं, यह पता नहीं है। मुंबई का खारलैंड, एयरपोर्ट, जकात नाके अडानी के कब्जे में चले गए हैं। मोदी-शाह, फडणवीस और घाती मुंबई के साथ ही महाराष्ट्र की सभी लाभकारी चीजें अडानी की झोली में डालने का काम कर रहे हैं। इसका विरोध जब महाविकास आघाड़ी सरकार ने करना शुरू किया तब इन्होंने उस सरकार को गिरा दिया, क्योंकि हमने उस समय अडानी की दलाली को अस्वीकार कर दिया था। इसके बाद शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस को भी तोड़ा। आज महाराष्ट्र में गद्दारों का राज है। इन गद्दारों का क्या करना है इसका पैâसला जनता करेगी।