सामना संवाददाता / मुंबई
लोकसभा चुनाव के नजदीक आते ही राजनीति में अब मोदी के परिवार की चर्चा होने लगी है। भाजपा के कई नेताओं ने अपने सोशल मीडिया पर मैं हूं मोदी परिवारवाला स्टेटस रखे हुए हैं। हालांकि, देश की १४० करोड़ की जनता प्रधानमंत्री मोदी का परिवार नहीं है। धनाढ्य, उद्योगपति और अमीर घराना ही मोदी का परिवार है। इस तरह का जोरदार हमला शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने किया। मीडिया से बात करते हुए संजय राऊत ने कहा कि साल में दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का आश्वासन मोदी सरकार ने दिया था, लेकिन इस समय देश के ८० करोड़ लोग बेरोजगार हैं। उन्हें रोजगार देने की बजाय सरकार ८० करोड़ जनता को भिखारियों की तरह ५ किलो अनाज बांट रही है। उन्होंने सवाल किया कि क्या यही मोदी परिवार है। गरीब को और गरीब बनाकर उसे दरवाजों पर भीख मांगने के लिए मजबूर करना क्या यही उनका परिवार है। उन्होंने यह विश्वास भी जताया कि लोग इन झूठे वादों से मूर्ख नहीं बनेंगे। देश की १४० करोड़ जनता मोदी का परिवार नहीं है, उनका परिवार अलग ही है। देश में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों, हवाई अड्डों, एलआईसी को बेच दिया है, वह मोदी का परिवार है। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों के सांसदों, विधायकों को ५० खोके देकर खरीदा है, यह मोदी का परिवार है। मणिपुर उनके परिवार का हिस्सा नहीं है। मणिपुर दो साल से हिंसा की आग में जल रहा है। उन्होंने यह भी पूछा कि क्या मणिपुर जो अशांति, हिंसा और महिलाओं पर अत्याचार का सामना कर रहा है, उनके परिवार का हिस्सा नहीं है।
कश्मीरी पंडितों को घर वापस दिलाए क्या?
संजय राऊत ने कहा कि लाखों कश्मीरी पंडित घर से दूर शिविरों में रह रहे हैं। उन्होंने उनसे उनके घर वापस दिलाने का वादा किया था। क्या वह कश्मीरी पंडित के परिवार में नहीं हैं। उनका परिवार धनवान, सेठ, बड़े व्यापारी, उद्योगपति हैं। उनके लिए गलत काम करनेवाले और अंधभक्त ही उनका परिवार हैं। इसलिए देश के १४० करोड़ लोग उनके परिवार में नहीं आते हैं। संजय राऊत ने कहा कि नितिन गडकरी एक साहसी और स्पष्टवादी नेता हैं। वे छत्रपति शिवाजी महाराज के प्रबल भक्त हैं। उनका स्वभाव है कि वे दिल्ली की गुलामी नहीं सहेंगे। हम उन्हें जानते हैं। संजय राऊत ने कहा कि हो सकता है कि कई बार उनसे हमारी असहमति रही हो, लेकिन हमने उनके साथ काम किया है।