सामना संवाददाता / रांची
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्रीय जांच एजेंसियों पर शुक्रवार को निशाना साधते हुए दावा किया कि वे ‘मुर्गी चोरी’ जैसी घटनाओं की जांच करने में व्यस्त हैं, जबकि उत्तर प्रदेश में हुए पेपर लीक के मामलों को भाजपा के इशारे पर वे छू भी नहीं रही है। सोरेन ने आरोप लगाया कि जिन राज्यों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का शासन है, वहां हुए पेपर लीक के मामलों में भाजपा का ही हाथ है और पार्टी इससे मिले धन का इस्तेमाल अपने चुनाव-प्रचार अभियान के लिए कर रही है।
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि झारखंड चुनाव में जो आप भाजपा के ताम-झाम देख रहे हैं वह सब सिर्फ और सिर्फ पेपर लीक के पैसों की वजह से है…। ईडी, सीबीआई, एनआईए जो आज कल मुर्गी चोरी की भी जांच करने लगी हैं वह कभी भी पेपर लीक के मामलों की जांच क्यों नहीं करती हैं? इसलिए क्योंकि भाजपा ही पर्चे लीक करवाती है और उस पैसे से वह चुनाव के बाद विधायक / सांसद खरीदती है। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित सभी राज्यों में पेपर लीक होते गए। मध्य प्रदेश में तो व्यापमं ने न जाने कितने बेगुनाहों की जान ले ली। झारखंड में एक परीक्षा लीक हुई तो हमने तुरंत देश का सबसे कड़ा कानून बनाया, लेकिन भाजपा इसे काला कानून करार देते हुए राजभवन चली गई।