सामना संवाददाता / मुंबई
देश में तलाक की दर में वृद्धि के चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। पिछले तीन वर्षों में तलाक के मामलों में तीन गुना वृद्धि हुई है। कंप्यूटर्स इन ह्यूमन बिहेवियर नामक पत्रिका में इस संबंध में एक शोध प्रकाशित किया गया है। रिपोर्ट में तलाक के कारणों का भी उल्लेख किया गया है। महत्वपूर्ण बात यह है कि देश में सबसे अधिक तलाक महाराष्ट्र में हो रहे हैं। देश के कुल तलाक में से १८.७ फीसदी तलाक महाराष्ट्र में हो रहे हैं।
महाराष्ट्र के अलावा कर्नाटक में ११.७ फीसदी, पश्चिम बंगाल में ८.२ फीसदी, दिल्ली में ७.७ फीसदी, तमिलनाडु में ७.१ फीसदी, तेलंगाना में ६.७ फीसदी, केरल में ६.३ फीसदी और राजस्थान में २.५ फीसदी तलाक के मामले दर्ज किए जा रहे हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि सबसे अधिक तलाक २५ से ३४ वर्ष की आयु वर्ग में हो रहे हैं।
सोशल मीडिया बना तलाक का कारण
इस रिपोर्ट के अनुसार, बढ़ते तलाक के कारणों में सोशल मीडिया एक प्रमुख कारण है। सोशल मीडिया के प्रभाव से रिश्तों पर बहुत नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। इसके अलावा व्यस्त और तेज जीवनशैली के कारण होने वाला तनाव, नौकरी के कारण जीवन साथी को समय न दे पाना, महंगाई के कारण आर्थिक तंगी, जिम्मेदारियों के कारण रिश्तों में गर्मजोशी कम होना और वैवाहिक रिश्तों में संदेह का माहौल बनना ये भी बढ़ते तलाक के कारण हैं।
सामने आई भयावह स्थिति
एक तरफ सोशल मीडिया ने पूरी दुनिया को करीब ला दिया है। दुनिया के किसी भी कोने में बैठे व्यक्ति से हम संपर्क कर सकते हैं। कई सालों से न मिले करीबी दोस्त भी हमें सोशल मीडिया पर मिल जाते हैं, लेकिन दुनिया को करीब लाने वाला यही सोशल मीडिया हमारे सामने बैठे व्यक्ति से हमें दूर करता जा रहा है, यह भयावह वास्तविकता अब सामने आ रही है।