फिरोज खान / मुंबई
मुंबई इन दिनों ड्रग्स के ढेर पर नजर आ रही है। एंटी नारकोटिक्स विभाग की कार्रवाई के बावजूद नशे का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। कुर्ला नशे का गढ़ माना जाता है। यहां से अब तक ४०० किलो का नशीला पदार्थ जब्त किया जा चुका है। दूसरे नंबर पर अंधेरा आता है। यहां से १५५ किलो का ड्रग्स जब्त किया गया है। यह आंकडे २०२४ से अब तक के हैं।
सूत्र बताते हैं कि कुर्ला और अंधेरी ड्रग्स का होल सेल मार्केट है। बांद्रा, माहिम, मीरा रोड, ठाणे, मुंब्रा, भायखला, वसई, विरार आदि जगहों से ड्रग्स की खरीदी करने के लिए तस्कर यहां आते हैं। सूत्र बताते हैं कि रात १२ बजे के बाद यहां बाजार लगता है। बताते हैं कि दोनों जगहों को मिलाकर रातभर में ५० से ६० लाख रुपए की खरीदफरोख्त होती है। चरस, कोकीन, एमडी और गांजा जैसे नशीले पदार्थों का धडल्ले से कारोबार किया जाता है। अंधेरी से ३६९ और कुर्ला से ९४ आरोपी पकड़े जा चुके हैं। इसके अलावा मालाड से ७२, मालवणी से १५७, माहिम से ४१ आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है।
चरस और कोकीन ज्यादातर अफगानिस्तान से तस्करी कर मुंबई लाई जाती है। नशे के सौदागर अब छात्रों का इस्तेमाल कर रहे हैं। मुंबई में दो छात्रों के पास से १० लाख का मादक पदार्थ बरामद हुआ है। दोनों छात्रों की उम्र १९ साल बताई गई है। पुलिस ने दो छात्रों के पास से एलएसडी, एमडीएमए की १० गोलियां और ७३.९ ग्राम हाइड्रो गांजा बरामद किया था। फरवरी में नवी मुंबई से भी २०० करोड़ का ड्रग्स पकडा गया था। पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे २ साल में ८०-९० किलो कोकीन बेच चुके हैं, जिसकी कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में करीब १२-१५ करोड़ रुपए प्रति किलो है। इसके अलावा आरोपियों ने २ साल में करीब ६० किलो हाइब्रिड स्ट्रेन हाइड्रोपोनिक विड बेच दी, जिसकी कीमत करीब ८० लाख से एक करोड़ रुपए प्रति किलो है। मामले की जांच में ये भी पता चला है कि आरोपी महाराष्ट्र के अलग-अलग जिलों में भी ड्रग्स बेचते थे। अमेरिका से मुंबई लाए गए ड्रग्स को फिर से विदेश में भेजा जाता था। एनसीबी सूत्रों के मुताबिक, ये ड्रग्स मुंबई से ऑस्ट्रेलिया भेजे जाते थे।