-दृश्यता हुई और कम
सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई में पिछले कई दिनों से वायु के प्रदूषण चरम पर पहुंच गया है। इससे न केवल हवा जहरीली हो गई है, बल्कि मुंबई घुट भी रही है। आलम यह है कि लगातार दूसरे दिन भी प्रदूषण से पैâले विषैले धुंध ने दृश्यता को कम कर दिया। शहर में विजिबिलटी महज दो सौ से तीन सौ मीटर तक थी, जिस वजह से आस-पास की गगनचुंबी इमारतें भी मुश्किल से दिखाई दे रही थीं। सबसे अचंभित करनेवाली बात यह है कि धुंध के चलते शुक्रवार को पूरे दिन सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए।
उल्लेखनीय है कि, मुंबई में गिरते पारे के साथ ही वायु आर्द्रता में वृद्धि हो रही है। इसकी वजह से वातावरण में धूल के कण यथा स्थिति में बने हुए हैं। मौसम विभाग का कहना है कि समुद्र से आने वाली वाष्प भरी हवाओं के कारण वायु में नमी बढ़ रही है। मौसम विभाग ने यह भी अनुमान लगाया है कि यह स्थिति अगले एक सप्ताह तक बनी रहेगी, लेकिन यह स्थिति मुंबईकरों के लिए एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या पैदा कर रही है। यही कारण है कि मनपा अस्पतालों के ओपीडी में मरीजों की कतारें लग रही हैं। साथ ही सर्दी, खांसी और श्वसन संबंधी रोगों के शिकार मरीजों की संख्या में २५ फीसदी की वृद्धि देखी जा रही है। सायन अस्पताल के डीन डॉ. मोहन जोशी ने बताया कि ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनने चाहिए। मुंबई में वायु प्रदूषण की समस्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। वाहनों की बढ़ती संख्या और चौबीसों घंटे चल रहे हजारों इमारतों के निर्माण कार्य से निकलने वाली धूल का भी ज्यादा प्रदूषण के लिए जिम्मेदार है। घाटकोपर में भी बड़ी संख्या में निर्माण कार्य चल रहे हैं। इससे कई बीमारियां बढ़ गई हैं। इसे रोकने के लिए, शिव आरोग्य सेना के कार्याध्यक्ष डॉ. किशोर ठाणेकर, राज्य समन्वयक जितेंद्र सकपाल, उपाध्यक्ष जयवंत गाडे के मार्गदर्शन में मुंबई समन्वयक प्रकाश वाणी और विधानसभा संगठक सचिन भांगे ने मांग की है कि महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और मुंबई मनपा उन डेवलपर्स के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करें।
बोरीवली, मालाड, कोलाबा सबसे प्रदूषित
मुंबई में शुक्रवार को कई हिस्सों में वायु गुणवत्ता सूचकांक अधिक रहा। इनमें बोरीवली में २०९, देवनार में २०१, मालाड वेस्ट में २६६, मझगांव में २०९, कोलाबा नेवी नगर में २७० और वर्ली सिद्धार्थनगर में २०२ एक्यूआई दर्ज किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है। इसमें कोलाबा की हवा सबसे खराब दर्ज की गई।