राज्य में २०० पार पहुंचा हीटस्ट्रोक का मामला
सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र में गर्मी अपने चरम पर पहुंची हुई है। यहां पारा ३५ से ४४ डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। इस भीषण गर्मी से लोग परेशान हो गए हैं। इतना ही नहीं, लू का शिकार होने के कारण कई लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराने की नौबत आ रही है। इसी बीच जानकारी सामने आई है कि राज्य में गर्मी ने लोगों की जान लेना शुरू कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, राज्य में चार संदिग्धों की मौत गर्मी के कारण हुई है। इसमें सोलापुर में एक, जबकि नागपुर में तीन मामले बताए जा रहे हैं। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से बताया गया है कि राज्य में पांच मई तक हीटस्ट्रोक के मामलों ने दो सौ का आंकड़ा पार कर लिया है।
उल्लेखनीय है कि मई महीने में भीषण गर्मी पड़ने लगी है। आसमान से सूरज आग उगलने लगा है। यही वजह है भीषण गर्मी में धरती तप रही है। मध्य दोपहर में घरों और कार्यालयों से बाहर निकलने के बाद लोगों के पसीने छूट रहे हैं। ऐसे में गर्मी और कड़ाके की धूप से बचने के लिए लोग मुंह ढके हुए दिखाई दे रहे हैं तो कुछ टोपी, स्कार्फ जैसे साधनों का इस्तेमाल कर रहे हैं। दूसरी तरफ भारत मौसम विज्ञान विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, मु्ंबई समेत महाराष्ट्र में अधिकतम तापमान अमूमन ३५ से ४५ डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। इसके साथ ही अनुमान है कि पारा के स्तर में और वृद्धि हो सकती है। ऐसे में राज्य सरकार के साथ ही मनपा ने चेतावनी जारी की है, जिसमें नागरिकों से एहतियाती उपायों का पालन करने का आग्रह किया गया है।
२०२३ में सामने आए थे ३,१९१ मामले
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, मार्च और अगस्त २०२३ के बीच हीट स्ट्रोक के ३,१९१ मामले दर्ज किए गए, जबकि इससे २२ मौतें भी हुर्इं। रायगड में सबसे अधिक घटनाएं ४१२ दर्ज की गर्इं। इसके बाद पुणे में ४०९, नागपुर में ३६२, वर्धा में ३४०, चंद्रपुर में १९८, लातूर में १९०, ठाणे १५६ और मुंबई में १५५ हीटस्ट्रोक के मामले सामने आए थे।
गर्मी से थकावट और लू लगने का खतरा
जेजे अस्पताल के डॉ. मधुकर गायकवाड़ ने गर्मी से थकावट और हीटस्ट्रोक के खतरे पर जोर देते हुए मानव शरीर पर हीटवेव के गंभीर परिणामों के बारे में चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि इससे लक्षणों में परिवर्तित मानसिक स्थिति, दौरे और चेतना की हानि हो सकती है, जिसके लिए तत्काल चिकित्सा हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है।
इन जिलों में हीटस्ट्रोक के मामले अधिक
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, राज्य में पांच मई तक कुल २०२ हीटस्ट्रोक के मामले सामने आए हैं। इनमें सबसे अधिक २३ मामले नासिक में दर्ज किए गए हैं। इसके बाद चंद्रपुर में २१, धुले में २०, गढ़चिरौली में २०, सोलापुर में १८, सिंधुदुर्ग में १०, ठाणे में ६ मामले सामने आए हैं। इसी तरह मुंबई और वाशिम में हीटस्ट्रोक के एक भी मामले दर्ज नहीं किए गए हैं। इस बीच बताया गया है कि सोलापुर में एक शिक्षक की मौत हुई है। इसी तरह कल नागपुर के अलग-अलग हिस्सों में एक ७० से ७५ वर्षीय, ५५ वर्षीय और ४० वर्षीय व्यक्ति का शव मिला। इन मौतों को संदिग्ध हीटस्ट्रोक के रूप में दर्ज किए जाने की संभावना है।