सामना संवाददाता / ठाणे
कल शनिवार के दिन विधानसभा चुनाव का परिणाम घोषित किया गया। विधानसभा चुनाव के परिणाम ने महाविकास आघाड़ी के घटक दलों के साथ ही आम जनता को भी हैरान कर दिया है। दरअसल, मतदान के बाद से ही एग्जिट पोल का रुझान महाविकास आघाड़ी के पक्ष में दिखा रहा था, लेकिन जैसे ही कल मतों की गिनती शुरू हुई, मानो सबके होश ही उड़ गए। दरअसल, परिणाम के दिन सुबह से ही महाविकास आघाड़ी के अधिकतर उम्मीदवार काफी पीछे चल रहे थे। कल के चुनावी नतीजों ने लोगों के मन में संदेह पैदा कर दिया, क्योंकि आम जनता को भी नहीं लगा था कि महायुति इतने बड़े अंतर से जीतेगी।
बता दें कि कल २३ नवंबर को विधानसभा चुनाव का परिणाम घोषित किया गया, लेकिन चुनाव परिणाम ने सभी एग्जिट पोल और आम जनता की संभावनाओं को काटकर महायुति के पक्ष में अपना परिणाम दे दिया। सी-वोटर के एग्जिट पोल के मुताबिक, महाराष्ट्र में महायुति को ११२ सीटें, जबकि महाविकास आघाड़ी को १०४ सीटें मिलने का अनुमान व्यक्त किया गया था। अन्य के खाते में ११ सीटें और सूबे की ६१ सीटों पर कांटे की टक्कर बताई गई थी। इस प्रकार एग्जिट पोल महाविकास आघाड़ी के पक्ष में था, लेकिन विधानसभा चुनाव का परिणाम बिल्कुल विपरीत देखने को मिला। इस विपरीत परिणाम ने आम जनता के मन में परिणाम को लेकर संदेह पैदा कर दिया है।
जीत पर संदेह होता है
लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की जनता ने महायुति को अच्छा सबक सिखाया था। उस हिसाब से विधानसभा में महायुति का सूपड़ा साफ होने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं हुआ जो संदेह का कारण है।
-पूजा मिश्रा, बोरीवली
मामला संदेहजनक है
लोकसभा चुनाव ने यह साफ कर दिया था कि महाराष्ट्र की जनता महायुति के साथ नहीं है और ‘इंडिया’ गठबंधन को बहुमत दिया था, जबकि विधानसभा चुनाव में इसके बिल्कुल विपरीत हुआ जो कि संदेहजनक हैं।
-राहुल निकम, कुर्ला