सामना संवाददाता / मुंबई
बीड के संतोष देशमुख हत्याकांड में कुछ आरोपियों के साथ नजदीकी संबंध होने के कारण धनंजय मुंडे को अपने मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। अब उनकी विधायकी पर खतरा मंडरा रहा है। उनकी पहली पत्नी होने का दावा करने वाली करुणा मुंडे ने एक बड़ा बयान दिया है। अपने बयान में करुणा मुंडे ने कहा कि अगले छह महीनों में धनंजय मुंडे की विधायकी चली जाएगी, क्योंकि उन्होंने चुनावी शपथपत्र में मेरे नाम का उल्लेख नहीं किया है या हमारे मामले का कोई संदर्भ नहीं दिया है। इतना ही नहीं, उन्होंने अपने शपथपत्र में घरेलू हिंसा के मामले की चल रही सुनवाई का भी जिक्र नहीं किया है। इस वजह से उनकी विधायकी जा सकती है।
करुणा मुंडे ने कहा कि धनंजय मुंडे ने परली में धमकी देकर चुनाव जीता है। मुंडे ने २०० बूथ पर कब्जा कर लिया था। गुंडागर्दी के बल पर उन्होंने चुनाव जीता है इसलिए उनकी विधायकी रद्द हो सकती है। उन्होंने शपथपत्र में बच्चों के नाम डाले हैं, लेकिन मेरा नाम नहीं डाला है। इस मामले में परली कोर्ट में सुनवाई होनी है। धनंजय मुंडे को कोर्ट के सामने हाजिर होना पड़ेगा। अब यह देखना महत्वपूर्ण है कि वे इस बारे में क्या जवाब देते हैं। इससे पहले तारीख आगे बढ़ाई गई थी। बता दें कि सुरेश धस और अंजलि दमानिया ने धनंजय मुडे के खिलाफ कई बार आवाज उठाई है। इसके अलावा करुणा मुंडे ने परली कोर्ट में मुकदमा दायर कर धनंजय मुंडे के चुनावी शपथपत्र पर आपत्ति जताई है।