-विक्रोली पूर्व-पश्चिम को जोड़ने वाले ब्रिज का काम कब होगा पूरा
अनिल भारतीय
विक्रोली स्टेशन के पास स्थित लेवल क्रासिंग को बंद करने का निर्णय २०११ में लिया गया था और उसकी जगह विक्रोली पूर्व और पश्चिम को जोड़ने के लिए एक नया ब्रिज बनाने की तैयारी मनपा ने दिखाई थी। वर्ष २०१२ में मुंबई महानगरपालिका ने इसके प्रस्ताव की फाइल को मंजूरी दी और इस ब्रिज को बनाने का डिजाइन २०१५ में तैयार किया गया। मुंबई महानगरपालिका की स्टैंडिंग कमिटी में वर्ष २०१८ में इस ब्रिज को बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। शुरू में इस ब्रिज को बनाने की कुल लागत ४५.७७ करोड़ थी और अक्टूबर २०२० तक इसको बनकर तैयार होना था, लेकिन अक्टूबर २०२१ तक ब्रिज का काम पूरा नहीं हो पाया और अक्टूबर २०२१ में मनपा ने इस ब्रिज को बनाने की लागत में फिर से ४२. ७७ करोड़ की बढ़ोतरी कर दी और प्रोजेक्ट को पूरा करने की नई डेडलाइन मई २०२३ निर्धारित कर दी। मुंबई महानगरपालिका ने ब्रिज की लागत में बढ़ोतरी के लिए इसके डिजाइन में किए गए बदलाव को जिम्मेदार बताया है, साथ ही मनपा का कहना है की शुरुआत में प्रोजेक्ट की कीमत २०१३ की कीमतों के आधार पर तय की थी, विलम्ब होने के बाद में बाजार भाव के अनुसार इस प्रोजेक्ट की कीमत में बढ़ोतरी हो गई, लेकिन यह बात को समझ से परे है की ब्रिज का काम देने के बाद और पहली डेडलाइन खत्म होने के बाद प्रोजेक्ट की कीमत में इतनी बढ़ोतरी कैसे हो सकती है
साल २०२ खत्म होने के बाद भी अभी तक ब्रिज का काम पूरा नहीं हो पाया है। अभी तक ब्रिज का काम सिर्फ ६० प्रतिशत ही हो पाया है और मनपा ने जून २०२४ तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा है, जो की नामुमकिन है। यद्यपि मनपा दावा कर रही है कि वो काम पूरा कर लेगी लेकिन छह सालों में सिर्फ ६० प्रतिशत काम पूरा करनेवाली मनपा अगले तीन महीने में अधूरे काम कर लेगी, यह मुश्किल लगता है। मनपा का दावा सच साबित नहीं होने वाला है, लेकिन मुंबई महानगरपालिका द्वारा बार बार ब्रिज के प्रोजेक्ट की कीमत बढ़ाने से मुंबईकरों का पैसा ही बर्बाद हो रहा है।
विक्रोली पूर्व से पश्चिम को जोड़ने वाले ब्रिज के बनने के बाद यह दूरी सिर्फ पांच मिनट में तय की जा सकती है, जिसके लिए वर्तमान में पंद्रह से बीस मिनट का समय लग रहा है। मनपा द्वारा बार बार ब्रिज को पूरा होने की डेडलाइन बढ़ाने से स्थानीय लोग बहुत ज्यादा परेशान हैं, लेकिन उनके पास अपनी नाराजगी व्यक्त करने के अलावा कोई अन्य उपाय भी नहीं है। स्थानीय निवासी विशाल सिंह ने बताया कि मनपा को चाहिए, कि एक बार इस ब्रिज को पूरा होने की तारीख की घोषणा कर देनी चाहिए, जिसके कारण लोगों के मन में कोई शंका न रहे। रेलवे द्वारा लेवल क्रासिंग बंद करने के आज १३ वर्षों बाद भी लोगों की सुविधा के लिए ब्रिज बनकर तैयार नहीं हो पाया है, यह खेदजनक है।