सामना संवाददाता / मुंबई
कुछ भी हो सकता है। जिस तरह से भुजबल अपनी बात कह रहे हैं, उससे ऐसा नहीं लगता कि वे अजीत पवार के साथ रहेंगे। इसके अलावा उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और छगन भुजबल की भी मुलाकात नहीं हो रही हैं, लेकिन भुजबल और फडणवीस की मुलाकात जरूर हुई है। इस तरह का बड़ा बयान देते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने कहा कि सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमानिया ने जो कहा है वह सही है।
मंत्रिमंडल विस्तार में महायुति में शामिल तीनों दलों के वरिष्ठ नेताओं को मंत्री पद से दूर रखा गया। इसके चलते महायुति के तीनों दलों में अंदरूनी कलह चल रही है। अजीत पवार गुट के नेता और पूर्व मंत्री छगन भुजबल ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की है। इसी तरह विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने बड़ा बयान दिया है। अंबादास दानवे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्य सरकार को भी घेरा है।
आरोपियों को नहीं ढूंढ पा रही सरकार
दानवे ने कहा कि सरकार बीड मामले में आरोपियों को नहीं ढूंढ पा रही है। सरकार गंभीर कदम नहीं उठा रही है। संतोष देशमुख को प्रताड़ित किया गया और उनकी हत्या कर दी गई। आरोपी और पुलिस के वीडियो सामने आए थे। अंबादास दानवे ने आरोप लगाया कि बीड जिले में स्थिति गंभीर है।