उमेश गुप्ता / वाराणसी
संसद में एक सांसद द्वारा भारत के महान राजपूत योद्धा राणा सांगा को गद्दार कहे जाने के खिलाफ मुस्लिम महिला फाउंडेशन व विशाल भारत संस्थान ने मोर्चा खोला। संस्थान के कार्यकर्ताओं ने राणा संग्राम सिंह को भारत का स्वाभिमान बताते हुए राणा सांगा सम्मान मार्च सुभाष भवन से मुंशी प्रेमचंद स्मृति द्वार लमही तक निकाला।
इस दौरान विशाल भारत संस्थान के कार्यकर्ताओं ने तख्ती लेकर प्रदर्शन भी किया। तख्तियों पर लिखा था, महाराणा का सम्मान, हिंदुस्थान का स्वाभिमान। अपमान नहीं, अपमान नहीं, अब महाराणा का अपमान नही। बाबर और बचे हुए जिहादी समर्थकों का पुतला फूंककर यह चेतावनी दी गई कि हिंदुस्थान में राणा के सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं होगा।
इस दौरान मुस्लिम महिला फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष नाजनीन अंसारी ने कहा कि यह हास्यास्पद है कि समरकंद के भिखमंगे बाबर से हिंदुस्थान का महाराणा सांगा मदद मांगेंगे। वामपंथी इतिहासकारों ने लुटेरे बाबर के महिमा मंडन करने के लिए महान शासक राणा सांगा को बदनाम करने की साजिश रची। बाबर के औलादों अब तो भारत छोड़ो, तुम्हारा आका बाबर काबुल में दफन है।
डॉ. नजमा परवीन ने कहा कि महाराणा का अपमान करके हिंदुस्थान के स्वाभिमान को ललकारा गया है। न भूलेंगे, न भूलने देंगे। मुगलों के समर्थकों को भारत छोड़ना पड़ेगा।
इस अवसर पर संस्थान की राष्ट्रीय महासचिव डॉ. अर्चना भारतवंशी, मो. शहाबुद्दीन, सत्यम राय, अमित राजभर, अश्वनी, महेंद्र, चंदन, गोलू, सुनीता, गीता, रमता, प्रभावती, मुनता, हीरामणि, लक्ष्मीना, संजना, धनेसरा, अनीता, अर्चना, रीता, पूनम, ममता, सरोज, इली भारतवंशी, खुशी भारतवंशी, उजाला भारतवंशी, दक्षिता भारतवंशी, शिखा, रिया, राधा, आकांक्षा, राजकुमारी आदि लोग मौजूद रहे।