मुख्यपृष्ठनए समाचारदिग्गज नेताओं और संतों के प्रचार से नसीम खान मजबूत

दिग्गज नेताओं और संतों के प्रचार से नसीम खान मजबूत

सामना संवाददाता / मुंबई
चांदिवली विधानसभा सीट पर महाविकास आघाड़ी के उम्मीदवार नसीम खान बहुत मजबूत दिख रहे हैं। उनके चुनाव प्रचार में कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं के साथ-साथ कई प्रमुख हिंदू संतों का योगदान रहा।
देश के प्रमुख हिंदू संत श्रीमाता वैष्णोदेवी श्राइन बोर्ड के ट्रस्टी श्री १००८ महामंडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वरानंद गिरीजी महाराज ने नसीम खान की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे जमीन से जुड़े हुए नेता हैं और जनता के हितों के लिए संघर्ष करने में सबसे आगे रहते हैं। स्वामी विश्वेश्वरानंद महाराज ने उनके प्रति अपना समर्थन जताते हुए कहा कि वे समाज के हर वर्ग को जोड़ने और उनके हितों के लिए काम करने वाले नेता हैं। शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे, शिवसेना सांसद संजय राऊत और पूर्व मंत्री अनिल परब ने संयुक्त रूप से एमवीए की एकता और मजबूत नेतृत्व की बात कही। इन नेताओं ने मराठी समाज से राज्य के व्यापक हित में नसीम खान को विजयी बनाने की अपील की। कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार, कांग्रेस नेता सचिन पायलट और कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने नसीम खान की सराहना करते हुए उन्हें एक अनुभवी और जनता के प्रति समर्पित नेता बताया। इस दौरान उत्तर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अजय राय और अजय सिंह लल्लू, कांग्रेस प्रवक्ता अलका लांबा और अर्जुन सिंह के पुत्र अजय सिंह राहुल भैया ने भी अपने विचार रखे। इसके साथ ही मौलाना औबेदुल्ला आजमी, कांग्रेस नेता युवी वेंकटेश, उत्तर प्रदेश के विपक्ष नेता माताप्रसाद पांडे, मुलायम सिंह यादव के परिवार के सदस्य एवं सांसद धर्मेंद्र यादव, रवि निषाद और अजय यादव की उपस्थिति ने चांदिवली में उनकी स्थिति को और मजबूती दी।
बता दें कि इस विधानसभा में करीब १ लाख से ज्यादा उत्तर भारतीय और करीब १ लाख ३०,००० मुस्लिम मतदाता हैं, जो पिछले २५ वर्षों से परंपरागत रूप से नसीम खान के समर्थक रहे हैं। पिछले ४० वर्षों से समाजसेवा में कार्यरत साकीनाका के खैरानी रोड के समाजसेवक हाजी एहसान राईन ने दावा किया है कि आज जो `बंटोगे तो कटोगे’ का नारा देकर समाज में जहर पैâला रहे हैं, उन्हें पता नहीं है कि महाविकास आघाड़ी के उम्मीदवार नसीम खान पिछले २५ वर्षों से चांदिवली विधानसभा में सर्वधर्म समभाव के प्रतीक हैं। विरोधियों को `पढ़ोगे तो आगे बढ़ोगे’ का नारा देना चाहिए था, लेकिन वे समाज को बांटने का काम कर रहे हैं। जबकि नसीम खान ने धर्म के आधार पर कभी किसी से भेदभाव नहीं किया। यहां तक कि उन्होंने चांदिवली विधानसभा में सबसे ज्यादा मंदिरों का निर्माण कराया है। साकीनाका के खैरानी रोड में उन्होंने करोड़ों रुपए की लागत से भव्य दुर्गा मंदिर का निर्माण, काजूपाड़ा पाइपलाइन में सैकड़ों वर्ष पुराने हनुमान मंदिर का जीर्णोद्वार और कुर्ला टर्मिनस पर यात्री सुविधाओं के लिए नियमित तौर पर दौरा कर अधिकारियों को उचित कदम उठाने के निर्देश देते रहते हैं। इसलिए हाजी एहसान राईन ने जनता से अपील की है कि वे समाज हित में फैसला करें।

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