मुख्यपृष्ठनए समाचारबनने से पहले ही टूटने लगा नासिक हाईवे! ... सीएम के जिले में...

बनने से पहले ही टूटने लगा नासिक हाईवे! … सीएम के जिले में ठेकेदारों की खुलेआम लूट

– लोगों ने लगाया घटिया सामग्री के इस्तेमाल का आरोप
सामना संवाददाता / ठाणे
कंक्रीट का बन रहा मुंबई-नासिक हाईवे अभी तक बनकर पूरा भी नहीं हुआ है, पर कई जगहों पर यह टूटने लगा है। विभिन्न स्थानों पर टूटनेवाला यह हाईवे ‘ईडी’ सरकार के भ्रष्टाचार की पोल खोल रहा है। हैरानी की बात है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के जिले में भ्रष्ट ठकेदारों की खुलेआम लूट चल रही है और वे आंखें बंद किए बैठे हैं। इससे आम लोगों में शिंदे सरकार के प्रति भारी नाराजगी व्याप्त है। लोगों का कहना है कि आगामी चुनाव में ऐसी भ्रष्ट महायुति सरकार को हटाए बिना वे चैन से नहीं बैठेंगे।

वाहन भुगत रहे हैं खराब हाईवे का खामियाजा!
निर्माणाधीन नासिक हाईवे पर गड्ढे ही गड्ढे

मुंबई-नासिक का हाईवे बनने से पहले ही टूटने लगा। कंक्रीट के बन रहे इस हाईवे की हालत काफी खराब नजर आ रही है। लोगों का आरोप है कि मुंबई-नासिक हाईवे के निर्माण में भारी भ्रष्टाचार हुआ है। इसका बनकर पूरा होने से पहले ही टूटना, इस बात का साफ संकेत है कि सड़क निर्माण करनेवाले ठेकेदार ने सरेआम लूट मचा रखी है। गड्ढों व खराब हाईवे के कारण इस पर चलनेवाले वाहन क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। इस तरह खराब हाईवे का खामियाजा इस पर चलनेवाले वाहन भुगत रहे हैं।
बता दें कि ठाणे जिले में यातायात की दृष्टि से महत्वपूर्ण मुंबई-नासिक हाईवे का काम लगभग ७० प्रतिशत पूरा हो चुका है और इस मार्ग को पूरा होने में एक साल और लग सकता है। इस परियोजना की कुल लंबाई ठाणे से वडापे तक २३ किमी है। समृद्धि राजमार्ग के पूरा होने के बाद इस हाईवे पर वाहनों का भार और बढ़ जाएगा इसलिए इस सड़क का चौड़ीकरण कार्य २०२१ से राज्य सड़क विकास निगम द्वारा किया जा रहा है। मुंबई-नासिक हाईवे यातायात की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। इस मार्ग से भारी व हल्के वाहन जेएनपीटी के लिए निकलते हैं। हालांकि, यह हाईवे कई जगहों पर संकरा है। साथ ही सड़क की हालत भी काफी खराब हो गई है इसलिए इसके चौड़ीकरण एवं कंक्रीटीकरण का कार्य राज्य सड़क विकास बोर्ड द्वारा किया जा रहा है।
एक साथ ७ वाहनों के फटे टायर
मुंबई-नासिक हाईवे पर गड्ढों के कारण रविवार को लाहे में एक साथ सात वाहनों के टायर फटने की घटना घटी। पडघा और कसारा घाट के बीच, मुंबई-नासिक हाईवे पर गड्ढों का एक बड़ा समूह है और कई स्थानों पर साइड की रेलिंग क्षतिग्रस्त है, जबकि गांव के पास सर्विस रोड भी गड्ढों के कारण एक समस्या बन गया है। हाईवे पर ट्रैफिक जाम की इस समस्या के कारण वाहन चालकों के साथ-साथ यात्रियों की ओर से भी भारी रोष व्यक्त किया जा रहा है। मुंबई-नासिक हाईवे पर वाडपाखिंड और कसारा घाट के बीच गड्ढों के कारण कई छोटे-बड़े वाहन काफी हद तक क्षतिग्रस्त हो रहे हैं और समय और पैसे की बर्बादी हो रही है। वासिंद, आसनगांव में चल रहे फ्लाईओवर, रेलवे ब्रिज और अंडरपास के काम के कारण लगातार ट्रैफिक जाम की समस्या पैदा हो रही है।
भारी भ्रष्टाचार हुआ है
इस हाईवे के चौड़ीकरण का कार्य २०२१ से किया जा रहा है। ३ वर्ष बीत जाने के बावजूद भी अब तक यह कार्य पूर्ण नहीं हो सका है। इतना ही नहीं, हाईवे पर दरारों और गढ्ढों से साफ है कि इसमें भारी भ्रष्टाचार हुआ है।
-सिद्देश दराने, टूरिस्ट वाहन चालक

ठेकेदारों द्वारा थूक-पट्टी
निर्माण का कार्य इतनी धीमी गति से हो रहा है कि बनने से पहले ही हाईवे टूटने लगा है। यदि ठेकेदार उचित सामग्री का इस्तेमाल करता तो ऐसा नहीं होता लेकिन भ्रष्टाचार के कारण ठेकेदारों द्वारा थूक-पट्टी की गई है।
-हर्ष मकवाना, ठाणे

अन्य समाचार