सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव २०२४ में महायुति के प्रति मतदाताओं का रुझान कम दिखा। इसे देखते हुए हार के डर से भाजपा, शिंदे और अजीत पवार गुट के समर्थकों ने बुधवार को मतदान के दौरान कई ठिकानों पर उपद्रव मचाया। इसके तहत कहीं पत्थर चले तो कही हाथापाई और मारामारी देखने को मिली। पुलिस ने भी बड़ी संख्या में मामले दर्ज किए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, राज्य के सीएम सहित महायुति के कई नेताओं ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया। दर्जनों जगहों पर दो गुटों के बीच झड़प हुई, जिसके बाद पत्थरबाजी शुरू हो गई तो कुछ जगहों पर हाथापाई और मारामारी की घटनाएं भी सामने आई हैं। यहां तक कि एक प्रत्याशी की मतदान केंद्र पर हार्ट अटैक आने से मौत भी हो गई है। नासिक के नांदगांव में शिंदे गुट के प्रत्याशी ने निर्दलीय समीर भुजबल को जान से मारने की धमकी दी, वहीं एनसीपी प्रवक्ता नीलेश मास्टर से भाजपाई कार्यकर्ताओं ने खुलेआम मारपीट की। नासिक, वर्धा, बीड, वर्ली, भंडारा, कोल्हापुर जैसे तमाम स्थानों पर भाजपा और उसके सहयोगी दलों के लोग प्रतिद्वंद्वी प्रत्याशियों से भिड़ते और कार्यकर्ताओं पर आक्रामक होते नजर आए।