नवरात्रि की रात्रि पवित्र होती है
हर जुबां पे माता जी का गीत होता है
जय माता दी…जय माता दी… जय
माता रानी आई इनके चरण पखारो
अपनी सोई किस्मत सब प्यारे संवारो
नवरात्रि की रात्रि पवित्र होती है
घर-घर में माता की बहार आती है
हिंदू नववर्ष की हो सबको शुभकामना
माता जी की धुन में सब झूमो नाचो गाओ
नवरात्रि की रात्रि पवित्र होती है
सोई हुई किस्मत सबकी जागती है
त्रिकुट पर्वत की हैं माता मेरी रानी
सारी दुनिया है इनकी दिवानी
नवरात्रि की रात्रि पवित्र होती है
हर घर में माता जी का गीत बजता है।
– संजीव कुमार पांडेय, नालंदा