सामना संवाददाता / मुंबई
ईवीएम और वीवीपैट मशीनें वाशिम जिले में स्ट्रॉन्ग रूम में रखी गई हैं। उनकी सुरक्षा के लिए गजानन सेबेवार और राजेश वानखड़े को नियुक्त किया गया है, लेकिन २४ अक्टूबर की रात आठ बजे जब उप विभागीय पुलिस अधिकारी ने स्ट्रॉन्ग रूम जाकर सुरक्षा व्यवस्था की जांच की, तो दो पुलिसकर्मी नदारद थे। इसके बाद दोनों को निलंबित कर दिया गया। हालांकि, इस घटना ने एक बार फिर ईवीएम मशीनों की सुरक्षा में लापरवाही को उजागर किया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, जिलाधिकारी भुवनेश्वरी एस ने चुनाव की समीक्षा के लिए रात में कारंजा में किसान निवास स्थान का दौरा किया। उस समय दो फौजदार और दो पुलिसकर्मी सोते हुए पाए गए। इसके चलते काम में लापरवाही बरतने के आरोप में जिला पुलिस अधीक्षक ने उन्हें तत्काल निलंबित कर दिया। दूसरी ओर वाशिम में स्ट्रॉन्ग रूम में रखी ईवीएम मशीनों की जिम्मेदारी संभाल रहे दो पुलिसकर्मी अनुपस्थित पाए गए। उन्हें भी तत्काल निलंबित कर दिया गया।
नियत स्थान से कहीं न जाने के दिए गए थे निर्देश
विधानसभा चुनाव को लेकर ईवीएम मशीनों को वाशिम के कोरोनेशन हॉल के स्ट्रॉन्ग रूम में रखा गया है। इस मशीन की सुरक्षा के लिए पुलिस कर्मियों की नियुक्त की गई है। उन्हें स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे नियत स्थान से कहीं न जाएं। हालांकि, २४ अक्टूबर की रात आठ बजे जब उप विभागीय पुलिस अधिकारी ने स्ट्रॉन्ग रूम गार्ड की जांच की, तो दो पुलिसकर्मी अनुपस्थित पाए गए। इसे गंभीरता से लेते हुए दोनों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है।
पहले भी ईवीएम मशीन पर हुए हैं घमासान
लोकसभा चुनाव में भी कोरोनेशन हॉल में लगे सीसीटीवी बंद होने, बिजली जाने और सुरक्षा में लापरवाहियों के मामले सामने आ चुके हैं। इसे लेकर उस समय जमकर घमासान हुआ था। विपक्षी दलों ने सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोला था। कुछ वही स्थिति विधानसभा चुनाव में भी दिखाई दे रही है। हालांकि, इस चुनाव में लापरवाही बरतने पर तत्काल कर्मियों पर कार्रवाई की जा रही है।