खंडवा के हंडिया खेड़ा गांव में सरकारी सिस्टम की लापरवाही का एक बड़ा उदाहरण हाल ही में देखने को मिला। मध्य प्रदेश शासन ने कई तरह के प्रयास किए हैं, लेकिन हंडिया खेड़ा गांव में एक महिला को घर पर ही प्रसव कराना पड़ा। समय पर न तो एंबुलेंस मिली और न हीं नर्स। ऐसे में जब महिला को प्रसव पीड़ा हुई तो उसके घर पर ही डिलिवरी कराई गई। इसके बाद ग्रामीणों ने १०८ एंबुलेंस को सूचना दी। वह भी १०८ एंबुलेंस गांव के अंदर नहीं पहुंच पाई खराब रास्ता होने के कारण महिला को स्ट्रेचर में बिठाकर १ किलोमीटर तक १०८ एंबुलेंस के कर्मचारी टांगा टोली कर ले गए। महिला के साथ उसके नवजात बच्चे को भी परिजन पैदल एंबुलेंस तक ले गए। फिलहाल, जच्चा-बच्चा दोनों को गुडी अस्पताल में भर्ती किया गया है जहां दोनों स्वस्थ हैं, लेकिन सिस्टम पर कई तरह के सवाल या निशान खड़े हो रहे हैं।