सामना संवाददाता / नई दिल्ली
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी साफ सुथरी राजनीति के लिए जाने जाते हैं। वे हमेशा से राजनीति में गंदगी का विरोध करते रहे हैं। एक बार फिर उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में दागी नेताओं के घुसपैठ को लेकर चिंता जताई और उन्होंने विस्फोटक बयान देते कहा कि जैसे-जैसे पार्टी का विस्तार हो रहा है, कुछ समस्याएं भी उत्पन्न हो रही हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी को अपनी स्वच्छता बनाए रखने के लिए कदम उठाने होंगे। जिस तरह से फसल को बचाने के लिए कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव किया जाता है, उसी तरह से राजनीति में भी स्वच्छता लाने के लिए कीटनाशक तंत्रों का इस्तेमाल करना होगा।
एक समाचार चैनल से बातचीत करते हुए गडकरी ने कहा कि जब फसल बढ़ती है तो बीमारियां भी बढ़ती हैं। बीजेपी की फसल बहुत बड़ी हो गई है, जिसमें अच्छे अनाज के साथ-साथ कुछ बीमारियां भी आ रही हैं। इसलिए हमें ऐसे बीमार फसलों पर कीटनाशक छिड़कने होंगे। उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी की बढ़ती सदस्यता के साथ राजनीतिक नेताओं के पार्टी में शामिल होने की प्रक्रिया पर भी नजर रखनी होगी। साथ ही नए सदस्यों को पार्टी की विचारधारा और संस्कृति से अवगत कराना जरूरी है। नितिन गडकरी के ये बयान महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के दौरान महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जब बीजेपी महायुति गठबंधन के तहत तमाम भ्रष्टाचार के आरोप वाले नेताओं की शिंदे गुट और अजीत पवार गुट के साथ मिलकर चुनावी मैदान में हैं, तब गडकरी का बयान महायुति और भाजपा पर तीखा कटाक्ष माना जा रहा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं की पार्टी है। नए लोग अलग-अलग कारणों से आ रहे हैं। यह हमारी जिम्मेदारी है कि उन्हें प्रशिक्षण दें, विचारधारा सिखाएं और उन्हें हमारे कार्यकर्ता बनाएं।