सामना संवाददाता / मुंबई
पुणे के दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल प्रकरण में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पहले जो बयान दिया था और अब जो बयान दे रहे हैं, उन दोनों में विरोधाभास है। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। यह सरकार पलटू सरकार है। इस सरकार से न्याय की उम्मीद ही नहीं है। इस तरह का जोरदार हमला राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) सांसद सुप्रिया सुले ने महायुति सरकार और फडणवीस पर किया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में अभी तक उचित कार्रवाई नहीं हुई है इसलिए हम कोर्ट का रुख कर रहे हैं।
सुप्रिया सुले ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि दीनानाथ अस्पताल मामले में एफआईआर दर्ज तो हुई है, लेकिन संबंधित डॉक्टर की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। क्या यह दोषियों को बचाने की कोशिश है? देर से सही, लेकिन मामला दर्ज हुआ। इसके लिए मैं सरकार का स्वागत करती हूं। महाराष्ट्र की किसी भी बेटी के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए, यही हमारी स्पष्ट भूमिका है, लेकिन इस मामले में अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, इसलिए हम कोर्ट में जाएंगे। पार्टी के नेता प्रशांत जगताप इस मामले में न्यायालय में याचिका दायर करेंगे। सरकार ने चार अलग-अलग रिपोर्ट्स तैयार की हैं, लेकिन रिपोर्ट्स में उलझने की बजाय सच्चाई पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
बीड में नहीं दिख रहा कोई बदलाव
बीड जिले में महिला वकील के साथ मारपीट की घटना पर सुप्रिया सुले ने कहा कि बीड में वास्तव में क्या चल रहा है? यह सबसे बड़ा सवाल है। इतनी घटनाओं के बावजूद वहां कोई बदलाव नहीं दिख रहा। एक ड्राइवर युवक के अपहरण की घटना सामने आई है, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही। पीड़ित परिवार ने उनसे संपर्क किया था और उन्होंने इस विषय में पुलिस अधीक्षक से बात की है। सुप्रिया सुले ने आरोप लगाया कि बीड में डर किसका है? क्या वर्दीधारी भी वहां किसी से डरते नहीं?