-ठाणे की सबसे बड़ी हाउसिंग सोसायटी के निवासियों का संकल्प
सामना संवाददाता / ठाणे
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के ठाणे शहर में सड़कों की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है। ठाणेकर गढ्ढे भरी सड़कों और उससे होनेवाले ट्रैफिक जाम से परेशान हैं लेकिन प्रशासन सड़कों का हाल सुधारने में असफल साबित हुई है। यही कारण है कि अब ठाणे शहर की सबसे बड़ी हाउसिंग सोसायटी के २५ हजार लोगों ने ‘नो रोड, नो वोट’ कहते हुए मतदान का बहिष्कार करने का एलान किया है।
बता दें कि ठाणे की इस सोसायटी का नाम रुस्तमजी अर्बेनिया है। ठाणे शहर की सड़कों की मरम्मत के लिए ६०० करोड़ रुपए से अधिक खर्च किया जा रहा है लेकिन ठाणे शहर में सड़कों का हाल वही है। ठाणे शहर की सड़कों का हाल देखा जाए तो यहां मनपा प्रशासन और राज्य सरकार की लापरवाही का जीता- जागता सबूत है। लोकसभा चुनाव को देखते हुए अब आम ठाणेकरों ने तीखा रुख अपना लिया है। रुस्तमजी अर्बेनिया हाउसिंग कॉम्प्लेक्स ठाणे में साकेत ब्रिज के पास स्थित है। इस आवासीय परिसर में लगभग २५ से ३० मंजिल की कई इमारतें हैं। चूंकि ठाणे स्टेशन घोडबंदर की तुलना में मुंबई-नासिक राजमार्ग के करीब है, इसलिए २०१४ के बाद कई लोग इस आवासीय परिसर में रहने आए हैं। वर्तमान में इस क्षेत्र में साकेत कॉम्प्लेक्स और रुस्तमजी अर्बेनिया हाउसिंग कॉम्प्लेक्स दोनों के लगभग पांच हजार फ्लैट धारक हैं और लगभग २० से २५ हजार लोग इस क्षेत्र में रहते हैं।