– कुंवारे रह जा रहे हैं युवक
सामना संवाददाता / मुंबई
महायुति सरकार में पानी के संकट ने ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसी स्थिति बना दी है कि कई गांवों में लड़कों की शादी होनी बंद हो गई है। परिणामस्वरूप गांव के युवक कुंवारे रह जा रहे है। नासिक जिले के बोरिची बारी गांव में पानी की समस्या विकराल होती जा रही है, जिससे महिलाएं चिलचिलाती धूप में भी इन सूखे कुओं से पानी लाने को मजबूर हैं। कुएं का जलस्तर घट जाने के कारण अपनी दैनिक जरूरतों के वास्ते गांव की महिलाएं पानी निकालने के लिए कुएं की पथरीली दीवारों पर चढ़कर अपनी जान जोखिम में डालती हैं।
जिले के पेठ तालुका में बोरिची बारी पानी की गंभीर कमी से जूझ रहा है, क्योंकि गांव के तीन कुएं सूख गए हैं और केवल एक में पानी है वह भी नाम मात्र का। ग्रामीणों को रस्सियों का उपयोग करके कुएं में नीचे उतरने के लिए मजबूर होना पड़ता है, जो एक खतरनाक काम है और उनकी जान जोखिम में डालता है। गांव के उप सरपंच सोमनाथ निकुले ने कहा कि हमारे पास तीन कुएं हैं, लेकिन वे पूरी तरह से बारिश के पानी पर निर्भर है। पानी की आपूर्ति जनवरी या फरवरी तक चलती है।
उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों को पानी लाने के लिए दो से तीन किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है और जो लोग इतनी दूर नहीं जा पाते हैं, उन्हें २०० लीटर के एक बैरल के लिए ६० रुपए देने पड़ते हैं। निकुले ने कहा कि ‘जल जीवन मिशन’ के तहत काम शुरू हुआ था, लेकिन बीच में ही रुक गया। ‘जल जीवन मिशन’ देश के सभी ग्रामीण घरों में व्यक्तिगत नल कनेक्शन के माध्यम से पानी उपलब्ध कराने की एक केंद्रीय योजना है।