देश के पीएम नरेंद्र मोदी के `खास दोस्त’ डोनाल्ड ट्रंप के कुर्सी संभालने के बाद से ही अमेरिका में कई बदलाव हो रहे हैं। पहले उन्होंने प्रवासियों को लेकर अमेरिका ने सख्ती दिखाई अब गाज ग्रीन कार्ड होल्डर पर गिरने वाली है। हालांकि, ग्रीन कार्ड होल्डर कोई अवैध प्रवासी नहीं हैं, जिन्हें ट्रंप यूंही निकाल दें, लेकिन उनके उप राष्ट्रपति ने ऐसी बात कही है कि इससे करीब ५० हजार भारतीय प्रभावित हो सकते हैं। दरअसल, अमेरिकी उप राष्ट्रपति जेडी वेंस ने ग्रीन कार्ड धारकों को संदेश दिया कि स्थायी शब्द से मूर्ख मत बनिए। वेंस ने कहा, ‘ग्रीन कार्ड धारक को अमेरिका में रहने का अनिश्चितकालीन अधिकार नहीं है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘यह मूल रूप से अभिव्यक्ति की आजादी के बारे में नहीं है। हां, यह राष्ट्रीय सुरक्षा के बारे में है, लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि हम, एक अमेरिकी नागरिक के रूप में, यह तय करते हैं कि हमारे राष्ट्रीय समुदाय में किसे शामिल किया जाए।’
वेंस ने इस बात पर जोर दिया कि निवास आजीवन गारंटी नहीं है। उन्होंने तर्क दिया कि अगर राष्ट्रपति और विदेश मंत्री तय करते हैं कि किसी को अब यहां नहीं रहना चाहिए, तो ‘उन्हें यहां रहने का कोई कानूनी अधिकार नहीं है।