अनिल मिश्र / पटना
महाराष्ट्र के तीन बार मुख्यमंत्री बनने वाले और केंद्र में कृषि और रक्षा मंत्री बनने के साथ-साथ भारत क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष पद को सुशोभित करने वाले महाराष्ट्र और केंद्र की राजनीति में अपनी जबरदस्त पैठ रखने वाले शरद पवार की नजर बीते साल महाराष्ट्र के चुनाव के बाद इस वर्ष बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव पर है। इसी सिलसिले में एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार 27 फरवरी को बिहार आने वाले हैं।
शरद पवार बिहार के पूर्वी क्षेत्र में बसे हुए सीमांचल क्षेत्र के कटिहार जिले में आएंगे। उनके आगमन की तैयारी में पार्टी जुट गई है। शरद पवार आगामी बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी के सिलसिले में कटिहार आ रहे हैं। यहां पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं के साथ मुलाकात करके संगठन की मजबूती पर विचार विमर्श किया जाएगा। एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष राहत कादरी ने इस कार्यक्रम की पुष्टि की है। शरद पवार कटिहार के अलावे पूरे सीमांचल क्षेत्र का दौरा करेंगे। संगठन को मजबूत करने के लिए कई रणनीति तय की जाएगी। एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष राहत कादरी ने बताया कि करीब दो दशक के बाद शरद पवार यहां आ रहे हैं। कटिहार की धरती पर उनका आगमन होगा और पूरे सीमांचल का वो दौरा करेंगे। पार्टी के नेता व कार्यकर्ताओं से उनकी मुलाकात होगी और पार्टी को मजबूत करने के लिए रूपरेखा तैयार की जाएगी। एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कटिहार में पार्टी के कार्यकर्ता सम्मेलन का भी आयोजन बहुत जल्द किया जाएगा। उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि उनकी पार्टी एनसीपी (एसपी) इंडिया एलायंस के साथ है, लेकिन बिहार चुनाव में एनसीपी इंडिया गठबंधन के साथ रहकर चुनाव लड़ेगी या अलग होकर, इसका फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष करेंगे। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बिहार की डेढ़ सौ सीटों पर उनकी पार्टी तैयारी कर रही है। उन्होंने कहा कि जो साथी बिछड़ गए हैं, उन्हें भी साथ जोड़ा जाएगा।
इधर कटिहार में कांग्रेस ने भी तैयारी तेज कर दी है। कांग्रेस के प्रभारी सचिव शाहनवाज आलम तीन दिवसीय दौरे पर कटिहार पहुंचे हैं। कांग्रेसियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से रूबरू होने के साथ पार्टी की गतिविधियों में वो हिस्सा लेंगे। बिहार का सीमांचल का इलाका पश्चिम बंगाल से सटा हुआ है। ये वो इलाका है, जहां भारी गरीबी है। हर साल बाढ़ से जिंदगी दूभर होती है और मुसलमानों की अच्छी खासी तादाद में आबादी है। सीमांचल में किशनगंज, अररिया, पूर्णिया और कटिहार जिले आते हैं, जहां कुल 24 विधानसभा सीटें हैं।