सामना संवाददाता / मुंबई
सदियों से नशे का कारोबार धड़ल्ले से चला आ रहा है। पहले नशीले पदार्थों की स्मगलिंग और उसे उगाने का तरीका अलग था, लेकिन अब यह तरीका बदल गया है। डार्क वेब के जरिए नशीले पदार्थों की तस्करी कर पुलिस की आंखों में धूल झोंकी जा रही है। देश-विदेश में नशीले पदार्थों की स्मगलिंग करने के लिए पहले व्यक्ति ऑपरेशन के जरिए आंतों या अपनी गुदा में छिपाकर स्मगलिंग करता था, लेकिन समय के साथ पुलिस से बचने के लिए तस्करों ने इसकी स्मगलिंग और इसे उगाने का तरीका ही बदल दिया है। इसका खुलासा तब हुआ, जब उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित एक अपार्टमेंट में चल रही अत्याधुनिक गांजा खेती से हुआ।
अत्याधुनिक तरीके से घर में गांजे की खेती को देख पुलिस दंग रह गई। पुलिस के मुताबिक, आरोपी राहुल गमलों में प्रीमियम गांजे को उगाता था और डार्क वेब के जरिए इसकी तस्करी करता था। आरोपी राहुल पार्श्वनाथ सोसायटी के एक फ्लैट में प्रीमियम गांजे की अत्याधुनिक तरीके से खेती करता था। आरोपी ने बताया कि उसे यह आइडिया ओटीटी सीरीज और फिल्में देखकर मिला। हाईटेक तरीके से गांजे र्की खेती के लिए आरोपी फिलीपींस से बीज मंगवाता था। गांजे की तस्करी के लिए आरोपी डार्क वेब का इस्तेमाल करता था। यह वेब ओनियन राउटिंग टेक्नोलॉजी पर काम करता है। इसकी गोपनीयता बरकरार रखने के लिए सैकड़ों रूट और री-रूट होता है, ऐसे में इसको ट्रैक करना असंभव होता है।