उमेश गुप्ता/वाराणसी
NSUI BHU के द्वारा देश के प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी एवं 1857 के राज्यक्रांति में अहम भूमिका निभाने वाली वीरांगना लक्ष्मीबाई के जयंती पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान उनके फोटो पर पुष्प अर्पित कर उनके योगदानों को याद किया गया। इसके साथ ही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के चार बार के अध्यक्ष रहे एवं काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के संस्थापक महामना पंडित मदन मोहन मालवीय के पुण्यतिथि के अवसर पर उनके द्वारा किए गए सामाजिक योगदानों को याद किया गया। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के चांसलर गिरधर मालवीय के निधन उपरांत उनके सम्मान मे मौन रखते हुए श्रद्धांजलि दी गई।
संगोष्ठी में उपस्थित एनएसयूआई के सदस्यों ने इंदिरा गांधी एवं रानी लक्ष्मीबाई के योगदानों का उदाहरण देते हुए वर्तमान में महिलाओं की देश के विकास और राजनीति में भूमिकाओं पर चर्चा की। आज के दौर में भी महिलाओं की भागीदारी लगभग हर क्षेत्र व विभाग में बहुत ही निम्न है इस पर NSUI BHU के सदस्यों ने चिंता जताते हुए व महिलाओं को संबोधन करते हुए कहा कि आप आने वाले समय में अपने अधिकारों पर बात करना सीखिए , आज के दौर में महिलाओं को आगे आने की बहुत ही जरूरत है क्योंकि महिलाओं की भागीदारी बहुत ही कम है उसकी संख्या बढ़नी चाहिए।
संगोष्ठी का संचालन विशाल गौरव एवं धन्यवाद ज्ञापन सुमन आनंद ने किया। इस दौरान वंदना उपाध्याय , अंकिता , स्वीटी , आराधना, बबिता , प्रियदर्शन मीना , राजन कुमार, बिपिन आनंद,धर्मेंद्र पाल , गुलशन, अरबिंद , अर्पित , अमन , मुरारी कुमार , रेहान , मनीष , कपीशवर मिश्रा , दीपक , प्रिंस साहू एवं अन्य लोग मौजूद रहे।