मुख्यपृष्ठअपराधपुराने पन्ने : अभी भी उलझी हैं शीना हत्याकांड की परतें!

पुराने पन्ने : अभी भी उलझी हैं शीना हत्याकांड की परतें!

श्रीकिशोर शाही
मुंबई

शीना बोरा हत्याकांड की मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई हैं। वहां उन्होंने कोर्ट से गुहार लगाई है कि उन्हें विदेश यात्रा के लिए अनुमति दी जाए। पूर्व में मुंबई हाई कोर्ट ने अनुमति नकार दी थी। इंद्राणी अपनी बेटी (या बहन) शीना की हत्या के आरोप में लंबे समय तक जेल में रह चुकी हैं। १२ साल पहले की इस घटना ने पूरी मुंबई को झकझोर कर रख दिया था।
मुंबई की चमचमाती दुनिया में अप्रैल २०१२ में एक ऐसा रहस्य पैदा हुआ, जिसने पूरे देश को हैरान कर दिया। २४ वर्षीय युवा लड़की शीना बोरा अचानक लापता हो गई। बताया गया कि वह अमेरिका चली गई है। वह एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम कर रही थी और मीडिया मुगल पीटर मुखर्जी का बेटा राहुल मुखर्जी से उसका प्रेम संबंध था। राहुल को दाल में कुछ काला नजर आया, उसने अपने दम पर शीना की तलाश जारी रखी। शीना की मां इंद्राणी मुखर्जी एक महत्वाकांक्षी महिला थीं, जिन्होंने अपनी पहचान एक मीडिया टायकून की पत्नी और सफल व्यवसायी के रूप में बनाई, लेकिन उनके निजी जीवन की परतें काफी उलझी हुई थीं। इंद्राणी ने अपने पहले पति से जन्मी शीना और मिखाइल को हमेशा अपने बहन और भाई के रूप में पेश किया। जब शीना और राहुल का रिश्ता गहराया, तो यह इंद्राणी के लिए खतरे की घंटी बन गया। यह हत्याकांड २०१५ में तब सामने आया, जब शस्त्र अधिनियम के तहत दर्ज एक अलग मामले में गिरफ्तार ड्राइवर श्यामवर राय ने पूछताछ के दौरान पुलिस के सामने कथित तौर पर इस अपराध के बारे में खुलासा किया। २४ अप्रैल, २०१२ की रात शीना अचानक गायब हो गई। बताया गया कि वह गुवाहाटी चली गई है, लेकिन सच्चाई इससे कहीं अधिक भयानक थी। जांच में पता चला कि इंद्राणी, उनके पूर्व पति संजीव खन्ना और उनके ड्राइवर श्यामवर राय ने मिलकर शीना की हत्या की थी। उसे नशीला पदार्थ पिलाने के बाद गला दबाकर मार दिया गया और शव को रायगढ़ के जंगलों में जलाने की कोशिश की गई। २०१५ में श्यामवर राय की गिरफ्तारी के बाद यह भेद खुला। राय ने पुलिस को बताया कि इंद्राणी को डर था कि शीना, राहुल के साथ शादी करके उनकी प्रतिष्ठा और संपत्ति को खतरे में डाल सकती है। यह मामला जितना चौंकाने वाला था, उतना ही जटिल भी। इंद्राणी, पीटर मुखर्जी और अन्य आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ और वे गिरफ्तार किए गए। पीटर को बाद में बेल मिल गई और इंद्राणी को भी २०२२ में सुप्रीम कोर्ट से बेल मिल गई थी। इंद्राणी का कहना है कि उसने शीना की हत्या नहीं की है और उसे जबरन इस केस में फंसाया गया है। अब लाख टके का सवाल तो यही है कि आखिर वो कौन है, जिसने शीना की हत्या करके इंद्राणी को इस केस में फंसाने की साजिश रची होगी?

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