श्रीकिशोर शाही मुंबई
किसी भी नाबालिग के साथ यौन अपराध करना बहुत बड़ा पाप है। अगर यह पाप नाबालिग के रिश्तेदार करते हैं तो इसे नीचता की पराकाष्ठा ही कहा जाएगा। पर अब कुछ मामलों में तो यह हद भी हद को पार करती नजर आ रही है। क्या कोई सोच भी सकता है कि जिस पिता ने जन्म दिया है, वह भी अपनी मासूम बच्ची के साथ ऐसी हैवानियत कर सकता है? सौतेले पिता की नीचता तो समझ में आ सकती है, पर यदि सगा पिता ही ऐसा करता है तो फिर उसे ऐसी कड़ी सजा मिलनी चाहिए कि शैतान भी कांप जाए। यूपी के औरैया जिले के एक गांव में ऐसी ही घृणित घटना घटी है, जिसमें न सिर्फ नाबालिग का सगा बाप, बल्कि दादा और चाचा ने भी उसे एक साल तक अपनी हवस का शिकार बनाया। मासूम जब गर्भवती हो गई तो इस कांड का खुलासा हुआ। बच्ची की मौसी के पुलिस में शिकायत करने पर पॉक्सो एक्ट के तहत ये सभी हैवान गिरफ्तार करके जेल के सींखचों के पीछे भेज दिए गए हैं। आरोपियों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट भी लगाया गया है। कुछ ऐसे ही मामले ४ साल पहले ठाणे और कोल्हापुर में भी घटित हुए थे।
बात वर्ष २०२० की है। ठाणे में एक नीच बाप अपनी नौ साल की बेटी का यौन शोषण करता था। उस नीच की पत्नी जब घर से बाहर होती थी, तब वह अपनी बेटी का यौन शोषण करता था। इस दौरान वह नीच बाप अपने अन्य बच्चों को वहां से भगा देता था। लगातार होनेवाले यौन शोषण होने के बाद नाबालिग बच्ची के व्यवहार में बदलाव आने लगा। यह देखकर उसके पड़ोसी को कुछ शक हुआ। जब उसने उक्त बच्ची से पूछताछ की तो उसने सच्चाई बता दी। इसके बाद पड़ोसी ने पुलिस को यह जानकारी दे दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने इस नीच पिता को गिरफ्तार कर लिया। कोर्ट में अभियोजन पक्ष के छह गवाहों ने गवाही दी, जिसमें नाबालिग का पड़ोसी भी शामिल था। इस हैवान बाप को २० साल के वैâद की सजा हुई। उसी साल कोल्हापुर जिले में भी ऐसा ही एक अन्य मामला सामने आया था। वहां भी एक नाबालिग बच्ची का बाप ऐसे घृणित कृत्य में पकड़ा गया था।
मासूम बच्ची एक आंगनवाड़ी में पढ़ती थी। मौका पाकर उसके बाप ने कई मौकों पर उसका यौन शोषण किया। बाप ने मासूम को धमकी दी थी कि अगर उसने ये बात किसी को बताई तो वह उसे मार डालेगा। वहां भी बच्ची जब अपने बाप से ही गर्भवती हो गई तो यह मामला उजागर हुआ। फिर पुलिस ने उस नीच बाप को गिरफ्तार कर लिया। इस मामाले में भी अदालत ने पापी बाप को २० साल के कारावास की सजा सुनाई।