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पोस्टर लगाने से नहीं बनता कोई अभिमन्यु! …संजय राऊत का फडणवीस पर तीखा तंज

सामना संवाददाता / मुंबई
कुछ दिन पहले उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने खुद का जिक्र आधुनिक अभिमन्यु के तौर पर किया था। उन्होंने कहा था कि मैं आधुनिक अभिमन्यु हूं और चक्रव्यूह को तोड़ दूंगा। इस पर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने तंज भरी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि हाथ में रिवॉल्वर लेकर पोस्टर लगाने से कोई भी `अभिमन्यु’ नहीं हो जाता।
दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए सांसद संजय राऊत से देवेंद्र फडणवीस के बयान के बारे में पूछा गया। उन्होंने इस पर जवाब देते हुए कहा कि चक्रव्यूह में योद्धा फंसते हैं, बेईमान नहीं। फडणवीस को महाभारत का इतिहास समझना चाहिए। अभिमन्यु का इतिहास, युद्ध कौशल विवादास्पद था। इसलिए फडणवीस को अपनी तुलना अभिमन्यु से नहीं करनी चाहिए। अभिमन्यु सचमुच एक योद्धा थे। वे ईमानदार थे। उनके अपने विचार और भूमिकाएं थीं। लेकिन क्या फडणवीस में ऐसा कुछ देखने को मिला है? संजय राऊत ने तंज कसते हुए कहा कि केवल हाथ में नकली रिवाल्वर लेकर सिंघम जैसा पोस्टर लगाने से कोई अभिमन्यु नहीं होता।
एनकाउंटर करेंगे क्या?
कोरेगांव पार्क में एक नाबालिग लड़की से रेप की बात सामने आई है। खुद को सिंघम समझने वाले क्या उनका सामना करेंगे? नालासोपारा में भाजपा पदाधिकारी ने दुष्कर्म किया। क्या मिस्टर सिंघम उसका एनकाउंटर करेंगे? इस तरह का सवाल उठाते हुए संजय राऊत ने कहा कि जो लोग राजनीतिक लाभ के लिए या किसी को बचाने के लिए मुठभेड़ में शामिल होते हैं, उन्हें खुद को योद्धा या नायक नहीं समझना चाहिए। यह संपूर्ण महाभारत का अपमान होगा।
एकनाथ शिंदे और अजीत पवार के वोट भाजपा के हैं। शिंदे के पास अपना एक फीसदी भी वोट नहीं है। इतना ही नहीं अजीत पवार के पास भी अपना वोट होता तो उनकी पत्नी बारामती में नहीं हारतीं। पिछले आंकड़ों पर नजर डालें तो सुनेत्रा पवार को बारामती में भाजपा जितने ही वोट मिले थे। संजय राऊत ने कहा कि इसका मतलब यह है कि शिंदे और अजीत पवार को मिले वोट भाजपा के हैं।

खत्म हो चुका है अजीत पवार का खेल
संजय राऊत ने कहा कि २०२४ के चुनाव के बाद शिंदे मुख्यमंत्री पर नहीं दिखाई देंगे। भाजपा भी शिंदे के नेतृत्व में कभी काम नहीं करेगी। अजीत पवार का खेल तो खत्म हो चुका है। भाजपा के कोर कार्यकर्ताओं और नेताओं का सवाल है कि हम शिंदे को नेता क्यों मानें। संजय राऊत ने यह भी कहा कि भले ही फडणवीस चेहरे पर कितना भी दिखावा कर रहे हों, हम जानते हैं कि उनके दिल में क्या है।

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