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‘घाती’ सरकार के राज में घटा प्याज का कारोबार …कीमत गिरने से ३०० करोड़ का किसानों को झटका

चार सालों में ३,७६,२,८५३ क्विंटल प्याज का आयात

सामना संवाददाता / मुंबई
‘घाती’ सरकार के राज में प्याज का कारोबार घट गया है। पूरे राज्य में प्याज के लिए मशहूर सोलापुर कृषि उपज बाजार समिति में इस साल प्याज की कीमत में भारी गिरावट के बाद बीते चार महीनों में ३,७६,२,८५३ क्विंटल प्याज का आयात किया गया है। लेकिन कीमतों में गिरावट से किसानों को करीब ३०० करोड़ के भारी भरकम नुकसान का झटका सहना पड़ा है।
पिछले वित्तीय वर्ष २०२२-२३ में कुल ७७८०९५४ क्विंटल प्याज का आयात किया गया था, जबकि कुल ७२६ करोड़ ८ लाख १० हजार ७०० रुपए का वित्तीय कारोबार हुआ था, लेकिन पिछले वर्ष की तुलना में अक्टूबर से जनवरी के बीच प्याज की आमद और वित्तीय कारोबार काफी हद तक बढ़ गया है। मुख्य रूप से प्याज का सीजन पिछले अक्टूबर से शुरू हुआ था। उस महीने ४ लाख ७२ हजार २५० क्विंटल प्याज का आयात हुआ और टर्नओवर १०९ करोड़ ५२ लाख ८१ हजार १०५ रुपए रहा। उस समय प्याज का अधिकतम रेट ८,५०० रुपए और सामान्य रेट २,४०० रुपए प्रति क्विंटल था। अक्टूबर की तुलना में अगले नवंबर में प्याज का आयात बढ़कर सात लाख २५ हजार १६८ क्विंटल हो गया।

इसलिए कीमत में आई भारी गिरावट
केंद्र सरकार द्वारा प्याज निर्यात पर लगाए गए प्रतिबंधों और कभी-कभार भारी बारिश जैसी प्राकृतिक आपदाओं के बावजूद देखा गया कि हर दिन डेढ़ लाख क्विंटल तक प्याज का आयात किया जाता रहा। इसके कारण प्याज की नीलामी और परिवहन व्यवस्था पर अत्यधिक बोझ पड़ा और कीमत में भारी गिरावट आई। परिणामस्वरूप नीलामी निलंबित कर दी गई या नीलामी के एक दिन बाद भी कीमत गिरनी बंद नहीं हुई।

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