सामना संवाददाता / मुंबई
अस्पतालों में रोजाना सैकड़ों की संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं। इनमें बच्चों से लेकर बड़े तक शामिल हैं। ज्यादातर मरीजों को बुखार, सर्दी-खांसी और गले में दर्द की शिकायत हो रही है। इन्हें पूरी तरह ठीक होने में भी लंबा समय लग रहा है। डॉक्टर इन मरीजों को सामान्य वायरल संक्रमण के मरीज मानकर इलाज कर रहे हैं। हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो ऐसा कोविड के कारण हो रहा है, ऐसे में सवाल है कि क्या कोरोना एक बार फिर वापस आ रहा है?
बता दें कि ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज नई दिल्ली में पीडियाट्रिक सर्जन डॉ. शिल्पा शर्मा ने बताया कि पिछले कुछ समय से लोगों को वायरल इन्फेक्शन, मौसमी बुखार और अलग-अलग तरह की एलर्जी की समस्या ज्यादा हो रही है। ऐसा कोविड की वजह से हो रहा है।
अभी भी परेशान कर रहा है कोरोना
उन्होंने आगे कहा कि कोविड और कोविड कंट्रोल के लिए किए गए वैक्सीनेशन के बाद लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी घट गई है। पोस्ट कोविड इपैâक्ट में इम्यूनिटी कमजोर होने से बच्चे और बूढ़े सभी लोग वायरल इन्फेक्शन के अलावा कई अन्य बीमारियों की चपेट में तेजी से आ रहे हैं। यही वजह है कि कोविड न होते हुए भी परेशान कर रहा है।
मजबूत करें इम्यूनिटी
इस समय लोगों को इम्यूनिटी को मजबूत रखने की जरूरत है। किसी भी संक्रमण से लड़ने और शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है कि रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ाया जाए। इसके लिए खानपान और एक्सरसाइज पर ध्यान देना जरूरी है। बच्चों-बड़ों सभी को पोषणयुक्त भोजन करना चाहिए, जिसमें पर्याप्त विटामिंस, प्रोटीन, मिनरल्स और अन्य न्यूट्रीशन हों। इसके अलावा लोगों को रोजाना व्यायाम करने की जरूरत है।
अयोध्या में विदेशियों से कोरोना का खतरा!
अयोध्या में रामनवमी को लेकर उत्सव की तैयारी जोरों-शोरों से चल रही है। पूरी अयोध्या रामनवमी को लेकर उत्साहित है। भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर में विराजने के बाद यह पहली रामनवमी है। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। इसी बीच विदेशों में बढ़ते कोरोना के मामले ने प्रशासन के कान खड़े कर दिए हैं। देश के बाहर से आनेवाले भक्तों के लिए यहां के हॉस्पिटलों में विशेष तौर पर इंतजाम किए गए हैं। उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि बढ़ते हुए कोविड-१९ के मामलों से बचने के लिए रोकथाम के सारे उपाय किए जा रहे हैं। १७ अप्रैल को रामनवमी है। इस दौरान अगर किसी भी विदेशी भक्त में कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं तो उन्हें क्वारंटाइन वॉर्ड में १४ दिन तक रहना होगा।