मुख्यपृष्ठखेलआउट ऑफ पवेलियन : कोहली को हॉस्पिटल क्यों ले जाया गया?

आउट ऑफ पवेलियन : कोहली को हॉस्पिटल क्यों ले जाया गया?

अमिताभ श्रीवास्तव

टेस्ट टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया पहुंचते ही अनहोनी का शिकार होने लगी है। आखिर क्या कारण है कि ऑस्ट्रेलिया पहुंचते ही खिलाड़ी अस्पताल पहुंच रहे हैं? दरअसल, ऑस्ट्रेलिया पहुंचते ही खिलाड़ियों के चोटिल होने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। केएल राहुल और सरफराज खान के बाद अब विराट कोहली को लेकर बड़ी अपडेट सामने आ रही है। ऑस्ट्रेलियाई मीडिया सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड के मुताबिक, बीते १४ नवंबर को विराट कोहली को स्वैâन कराने के लिए हॉस्पिटल ले जाया गया था। ऑस्ट्रेलियाई दैनिक अखबार ने एक सूत्र के हवाले से यह जानकारी साझा की है।
हालांकि, इससे पहले किंग कोहली को भारतीय टीम के साथ प्रैक्टिस सेशन में हिस्सा लेते हुए देखा गया था। कल भी वह मैच सिमुलेशन में शामिल रहे। खुदा न खास्ता अगर किंग कोहली को किसी चोट की समस्या होती है तो टीम इंडिया के लिए यह बेहद बुरी खबर है, क्योंकि उनका बल्ला ऑस्ट्रेलिया में शिरकत करते हुए जमकर चला है। आगामी सीरीज में भी टीम को उनसे काफी उम्मीदें हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में विराट कोहली का रिकॉर्ड काफी बेहतर है। उन्होंने कंगारू टीम के खिलाफ २०११ से अब तक २५ मैच खेलते हुए ४४ पारियों में ४७.४८ की औसत से २०४२ रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से आठ शतक और पांच अर्धशतक निकले हैं। कंगारू टीम के खिलाफ उनका सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी प्रदर्शन १८६ रनों का है। ऑस्ट्रेलिया में शिरकत करते हुए ५४.०८ की औसत से किंग कोहली ने बनाए हैं रन। यहां उन्होंने अब तक १३ मैच खेलते हुए २५ पारियों में ५४.०८ की औसत से १,३५२ रन ठोके हैं। इस दौरान उनके बल्ले से छह शतक और चार अर्धशतक निकले हैं। कोहली अस्पताल जरूर पहुंचे, मगर अब तक इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि उन्हें किस प्रकार की कोई चोट लगी है। टीम इंडिया प्रबंधन चिंतित जरूर है, किंतु कोहली को लेकर कोई खबर बाहर नहीं आने दे रहा है। कयास ही लगाए जा रहे हैं कि यदि कोई चोट की स्कैनिंग भी है तो मामला गंभीर नहीं है।

स्टेडियम में मची अचानक भगदड़
कैसे हुई फ्रांस और इजरायल के दर्शकों के बीच झड़प?
मैच के बीच अचानक स्टेडियम में ऐसी भगदड़ मच गई कि जैसे लगा कोई हमला हो गया है। लोग एक-दूसरे को धक्का देते हुए भागने लगे। चीख-पुकार मचने लगी। पूरा माहौल देखते ही देखते इतना गरम हो उठा कि प्रशासन भी सकते में आ गया। जी हां, पेरिस के एक स्टेडियम में राष्ट्र संघ फुटबॉल मैच के दौरान प्रâांस और इजरायल के बीच झड़प हो गई और प्रशंसक स्टेडियम से बाहर निकलने के लिए भागने लगे। सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई फुटेज में स्टेड डी प्रâांस के अंदर अराजकता पैâलती दिखाई दे रही है, जहां दर्शक अपनी सीटों से भाग रहे हैं और स्टैंड में कुछ लोगों की चीखने की आवाजें भी सुनी जा रही हैं।
यह स्पष्ट नहीं है कि लड़ाई वैâसे शुरू हुई। फुटेज में लोग प्रâांसीसी और इजरायली दोनों झंडे लेकर तेज आवाज में नारे लगाने और हूटिंग के बीच भागते हुए दिखाई दे रहे हैं। जो फुटबॉल प्रशंसक न्यूट्रल थे। वे झगड़े से बचने के लिए सीटों पर चढ़ते देखे जा सकते थे और स्टेडियम के एक कोने में सारे इकट्ठे हो गए। सुरक्षा अधिकारी प्रशंसकों को अलग करने और लड़ाई को समाप्त करने के लिए काफी प्रयास करते देखे गए। बताया गया कि वीडियो क्लिप में मुक्के मारते हुए कुछ लोगों ने बालाक्लाव और पफर जैकेट पहन रखे थे। एक क्लिप में एक अज्ञात टीम के दो प्रशंसक स्टेडियम में फोटो लेते हुए दिखाई दे रहे थे, जबकि उनके ऊपर वाले स्तर पर झगड़ा हो रहा था। मैच से पहले पेरिस के पुलिस प्रमुख ने इसे ‘उच्च जोखिम वाली घटना’ बताया था तथा अधिकारियों ने घोषणा की थी कि राजधानी में प्रत्येक तीन फुटबॉल प्रशंसकों पर कम से कम एक पुलिसकर्मी तैनात होगा। इजरायली सरकार ने पहले ही यात्रा करनेवाले समर्थकों से कहा था कि वे प्रâांस मैच को देखने न जाएं, लेकिन मैच ०-० से बराबरी पर समाप्त होने के बाद अधिकारियों ने प्रशंसकों को विभिन्न निकास बिंदुओं से बाहर जाने का निर्देश दिया और ऐसा प्रतीत हुआ कि वे स्टेड डी प्रâांस के बाहर किसी भी प्रकार की स्थिति को बढ़ने से रोकने में सफल रहे। खेल के पहले ४५ मिनट के दौरान स्टेडियम में तनाव के कारण पूरी रात हिंसा जारी रहने की आशंका पैदा हो गई थी, जैसा कि एम्स्टर्डम में देखा गया। आगे भी हिंसा की चिंता बनी हुई थी, क्योंकि फिलीस्तीनी समर्थक प्रदर्शनकारियों ने आयोजन स्थल के ठीक बाहर प्रदर्शन किया था। मैच के लिए ६,५०० से अधिक विशेष बलों और बंदूकधारी पुलिसकर्मियों को तैयार किया गया था तथा चित्रों में दिखाया गया था कि खेल से पहले पेरिस में घुड़सवार अधिकारी और पुलिस वैन मार्ग अवरुद्ध कर रहे थे।

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